देश

एकनाथ शिंदे को एक और झटका, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने मिलकर शिवसेना नेता का काट दिया पत्ता!

महाराष्ट्र में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनी सरकार के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. खासकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कई मौके पर अलग-थलग पड़ रहे हैं. ताजा मामला विधान परिषद के चेयरमैन से जुड़ा है. बुधवार को इस पद के चुनाव के लिए नोमिनेशन भरा गया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कहीं नहीं दिखे. चेयरमैन पद के लिए महायुति ने भाजपा के राम शिंदे को उम्मीदवार बनाया है. राम शिंदे के नामांकन दाखिल करने के वक्त देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार उनके साथ थे लेकिन एकनाथ शिंदे नहीं थे. दरअसल, राम शिंदे के नामांकन को एकनाथ शिंदे की शिवसेना के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. एकनाथ शिंदे यह पद शिवसेना के लिए चाहते थे. माना जा रहा था कि शिवसेना की नीलम गोरखे इस पद की दावेदार थीं.

नामांकन दाखिल करने के बाद राम शिंदे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी कोई नामांकन दाखिल नहीं करने की बात कही है. ऐसे में यह चुनाव निर्विरोध होगा. इससे एक अच्छा संदेश जाएगा. उन्होंने खुद के उम्मीदवार बनाए जाने के लिए देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्रियों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच सीनियर लेवल पर कुछ चर्चा हुई है. इसके बाद उन्होंने नामांकन दाखिल किया है.

लंबे समय से खाली थी कुर्सी
विधान परिषद के चेयरमैन पद के लिए चुनाव नहीं हो पाया था क्योंकि 2022 और 2023 में शिवसेना और एनसीपी में बंटवारा हो गया था. विधान परिषद में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है. लेकिन, शिवसेना चाहती थी कि यहां उसे चेयरमैन का पद मिले क्योंकि विधानसभा में अध्यक्ष का पद भाजपा के पास है. लेकिन, अब दोनों सदनों में चेयर पर भाजपा के नेता होंगे. सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने राम शिंदे का चुनाव किया है क्योंकि वह धांगड़ समुदाय से हैं. वह कारजट जामखेड़ से विधायक थे लेकिन 2019 और 2024 में वह एनसीपी शरद गुट के रोहित पवार से हार गए थे.