
वेब-डेस्क :- हम सभी भलीभाती जानते है कि हर वर्ष 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं के अधिकार, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के साथ ही उनके साथ होने वाले किसी भी प्रकार के भेदभाव को रोकने के उद्देश्य से समर्पित होता है। महिलाओं की भूमिका समाज के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण रही है, फिर चाहे वह परिवार हो, शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, राजनीति हो या उद्योग-धंधे ही क्यों हो महिलाओं की भागीदारी के बिना कोई भी विकास कार्य अधूरा है, और यह समझते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सशक्तिकरण को अपनी पहली प्राथमिकता बनाया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है।
छत्तीसगढ सरकार की योजना महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदमः-
छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर अंकुश लगा है और लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया गया है। हालांकि एमसीबी जिले में पिछले एक वर्षो से इस योजना के तहत अब तक किसी भी लाभार्थी को सहायता नहीं मिल पाया है, जिसे लेकर एमसीबी जिले में कुछ महीनों बाद कन्या विवाह होने की हो रही है, जिसे लाभार्थियों को लाभ मिल सकता है ।
राज्य में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सखी वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गई, जहां पीड़ित महिलाओं को कानूनी, चिकित्सा और मानसिक परामर्श सेवाएं दी जाती हैं। साथ ही महिला स्व-सहायता समूहों को प्रोत्साहन देकर उन्हें रोजगार और व्यापार के अवसर दिए जा रहे हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के नेतृत्व में एमसीबी जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को बड़े स्तर पर लागू किया गया है, जिससे 4247 गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराया जा रहा है।
आंगनबाड़ी केंद्रों से बदल रही हैं महिलाओं और बच्चों की ज़िंदगीः-
एमसीबी जिले में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिले में कुल 1138 आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत हैं और उसमें से सभी 1138 केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। वर्तमान में सरकार की ओर से 1087 आंगनबाड़ी भवनों की स्वीकृति मिली है, जिनमें से 996 भवन संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को पोषण, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे कुपोषण और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है।
जिले में महिला की आर्थिक सशक्तिकरण विकास की नई दिशाः-
जिले में स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 7302 लड़कियों को आर्थिक सहायता दी गई है। वहीं नोनी सुरक्षा योजना के तहत अबतक 2303 बेटियों को सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है। वहीं महतारी वंदन योजना के तहत 1,00,372 महिलाओं को लाभ मिल रहा है, इस महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं के खाते में अब तक 12 किस्तें जारी कर दिया गया हैं।
महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महिला स्व-सहायता समूहों को सरकार द्वारा वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे कृषि, दुग्ध उत्पादन, हस्तशिल्प और छोटे उद्योगों में भाग ले रही हैं। एमसीबी जिले की कई महिलाओं ने इन योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है और अब वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाएं महिलाओं के उज्जवल भविष्य की नींव कल्पना हैः-
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की केन्द्र सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वे गर्भावस्था के दौरान सही पोषण और चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकें। मुद्रा योजना के तहत महिलाओं को छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए बिना गारंटी के ऋण दिया जा रहा है, जिससे वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी कई महिलाओं को अपने घर का मालिकाना हक मिला है, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। एमसीबी जिले में इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है। यहां की कई महिलाओं ने सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को संवारने का कार्य किया है।
महिलाओं का सशक्तिकरण ही सशक्त समाज की नई पहचानः-
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि एक संकल्प है कि महिलाओं को समान अवसर, अधिकार और सम्मान दिया जाए। छत्तीसगढ़ सरकार, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से महिलाओं का जीवन बदल रहा है। एमसीबी जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों का विस्तार, पोषण अभियान, सुकन्या समृद्धि योजना, नोनी सुरक्षा योजना और महतारी वंदन योजना जैसे कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। आने वाले वर्षों में इन योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाकर महिला सशक्तिकरण की इस दिशा को और आगे ले जाने की जरूरत है। जब महिलाएं सशक्त होंगी, तो परिवार, समाज और देश भी सशक्त होगा। यही एक सशक्त छत्तीसगढ़ और आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ता कदम है।