सोने का आउटलुक अभी पॉजिटिव नजर आ रहा है. लेकिन, डॉलर इंडेक्स में मजबूती आती है तो इससे सोने में मुनाफावसूली निवेशक कर सकते हैं और भाव टूट सकते हैं. जानकारों का कहना है कि आने वाले सप्ताह में पांच कारक सोने की कीमतों की चाल निर्धारित करेंगे.आइए इनके बारे में जानते हैं.
रेलीगेयर ब्रोकिंग के कमोडिटी और करंट रिसर्च के वाइस प्रसिडेंट सुगंधा सचदेवा का कहना है कि आने वाले दिनों में सोने के भावों की दिशा तय करने में अमेरिका का कोर सीपीआई डेटा और जुलाई का सीपीआई डेटा बहुत महत्वपूर्ण योगदान देगा. अमेरिका में वार्षिक महंगाई दर जून में 9.1 फीसदी तक जा पहुंची थी.
अगर महंगाई दर में कमी आती है, तभी अमेरिकी फेड द्वारा अपनी मॉनिटेरी पॉलिसी में नरमी की आस बंधेगी.
डॉलर इंडेक्स की चाल भी सोने के भावों को प्रभावित करेगी. अगर डॉलर इंडेक्स 105 के स्तर को तोड़ता है तो सोने की कीमतों में उछाल आएगा. वहीं, भारत में भी रुपया की कीमतें सोने के घरेलू भावों को प्रभावित करेगी.
अमेरिका के केद्रीय बैंक का रुख भी सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर काफी असर डालेगा. फिलहाल यूएस फेड ने अपनी मॉनेटेरी पॉलिसी में नरमी लाने का कोई संकेत नहीं दिया है.