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हजार करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 10 क्रिप्टो एक्सचेजों पर ED की नजर: रिपोर्ट

क्रिप्टोकरेंसी और इसकी ट्रेडिंग करवाने वाली एक्सचेंजों को लेकर हर दिन कोई नई खबर सामने आती है. अब एक जानकारी सामने आई है कि भारत का प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऐसी 10 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की जांच कर रहा है, जो कथित तौर पर 1 हजार करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं.

इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार, इन 10 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर आरोप है कि उन्होंने चीन की कुछ इंस्टेंट लोन कंपनियों के माध्यम से वर्चुअल क्रिप्टो एसेट खरीदे और ट्रांसफर किए हैं. रिपोर्ट में ‘मामले के जानकारों’ के हवाले से सूचना दी गई है, जिन्होंने अपना नाम नहीं बताया है.

इंटरनेशनल वॉलेट्स में गए क्रिप्टो कॉइन
इस रिपोर्ट के अनुसार, जांच से पता चला है कि आरोपी कंपनियां 100 करोड़ रुपये से अधिक के क्रिप्टो कॉइन खरीदने के लिए एक्सचेंजों से संपर्क कर रही थीं और क्रिप्टो कॉइन इंटरनेशनल वॉलेट्स में भेजे गए.
कहा गया है कि एक्सचेंजों ने कोई बढ़ी हुई ड्यू डिलिजेंस मतलब जरूरी पड़ताल नहीं की और यहां तक कि संदिग्ध ट्रांजैक्शन रिपोर्ट (STRs) भी नहीं दी. रिपोर्ट में है कि संघीय एजेंसी अगले सप्ताह फिर से जांच के तहत क्रिप्टो एक्सचेंजों के अधिकारियों से पूछताछ कर सकती है

WazirX की भी चल रही है जांच
पिछले हफ्ते, एजेंसी ने कहा कि उसने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स (WazirX) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच के हिस्से के रूप में 64.67 करोड़ रुपये की बैंक में जमा राशि फ्रीज़ की है. एजेंसी ने 3 अगस्त को हैदराबाद में ज़नमई लैब प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt. Ltd.) के एक निदेशक के खिलाफ छापेमारी की है. कहा गया है कि उसने “असहयोग” किया.