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पीएम मोदी ने आचार्य विनोबा भावे से की वेंकैया नायडू की तुलना, बताया आडवाणी जी की रथयात्रा से जुड़ा किस्सा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की तुलना आचार्य विनोबा भावे से की. 3 पेज के एक लेटर में पीएम मोदी ने वेंकैया नायडू की शख्सियत की तारीफ की और उनके दृढ़ विश्वास और ऊर्जा को सराहा. राज्यसभा में पहली बार आने वाले सदस्यों को प्रोत्साहित करने और राज्यसभा की कार्यवाही में बेहतर प्रदर्शन और सुधार के लिए भी उनकी सराहना की.

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले में सदन में आपके विदाई भाषण पर मैंने कुछ बातें कहीं थी. उस समय में मेरे दिमाग में आप से जुड़ी बहुत सी यादें और अनुभव थे. नेल्लौर की गलियों से उपराष्ट्रपति पद तक आपकी जीवन यात्रा बेहद उम्दा और प्रेरित करने वाली रही. आपकी ऊर्जा और साहस अद्भुत है.

पीएम मोदी ने पूर्व उपराष्ट्रपति से जुड़ा एक अनुभव साझा करते हुए लिखा कि, आडवाणी जी रथ यात्रा के दौरान मुझे कई तरह की संगठनात्मक जिम्मेदारी और दायित्व सौंपे गए थे. इस दौरान मैंने रथयात्रा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से उनके अनुभव के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में आयोजित कार्यक्रमों का अनुभव बेहद अच्छा रहा. जब मैंने इसका कारण जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि, वहां वेंकैया नायडू जैसे नेता थे जिन्होंने बेहतर तरीके से तेलुगु में भाषण दिया और दर्शकों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा.

पीएम मोदी ने आगे लिखा कि, मैं पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी के जीवन से हमेशा प्रेरित रहूंगा. आपका अतिथि सत्कार बेहतरीन है. पत्र को समाप्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जी, अपने कार्यकाल के दौरान देश के लिए आपने जो भी किया उसके लिए आपका धन्यवाद करता हूं. आशा करता हूं कि आगे भी कई अवसरों पर आपसे मुलाकात होती रहेगी.

बता दें कि उपराष्ट्रपति के तौर पर वेंकैया नायडू का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. उन्होंने बुधवार को कहा कि वह अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद राष्ट्र सेवा की अपनी ‘‘अधूरी यात्रा’’ फिर से शुरू करेंगे और आने वाले समय में लोगों से संवाद जारी रखेंगे और उनका ध्यान युवाओं तथा किसानों पर रहेगा.