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जमीन पर रहकर ही हवा में दुश्मनों को मार गिराएगी ये देसी मिसाइल, भारतीय नौसेना के लिए है वरदान

रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा, “स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) सीकर से लैस मिसाइलों ने बेहतर सटीकता के साथ लक्ष्य को भेद लिया है.” बता दें कि इस मिसाइल को DRDO और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने मिलकर बनाया है.

इस मिसाइल की लंबाई करीब 12.6 फीट है. वहीं इसका रेडियस 7.0 इंच है. यह मिसाइल इसलिए भी खतरनाक है क्योंकि कम ऊंचाई पर उड़ने वाले दुश्मन के जहाज या मिसाइल को सटीकता से मारकर गिरा सकता है

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीएल-एसआरएसएएम के सफल उड़ान परीक्षण पर डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और संबंधित टीमों की सराहना की और कहा कि मिसाइल भारतीय नौसेना को एक नई ताकत देगी. बता दें कि इस स्पेशल मिसाइल VL-SRSAM की हमला करने की रेंज 25 से 30 किलोमीटर है.

इस मिसाइल को किसी भी जंगी जहाजी से दागा जा सकता है. इस मिसाइल की खास बात यह है कि ये 360 डिग्री में कहीं भी घूमकर अपने दुश्मन को खत्म करके ही मानती है. यह अधिकतम 12 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है. इसकी उड़ान की रफ्तार 5556.6 किलोमीटर प्रतिघंटा है.

इस मिसाइल की टेस्टिंग इसलिए हो रही है ताकि भारतीय युद्धपोतों से बराक-1 मिसाइलों को हटाया जा सके. बराक-1 का वजन 98 किलोग्राम है. यह मिसाइल 5.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ सकती है. इस मिसाइल की रेंज 500 मीटर से लेकर 12 किलोमीटर तक होती है. इसे किसी भी युद्धपोत से दागा जा सकता है.