देश

भारतीय रेलवे ने 1088 किलोमीटर नई लाइन और 78119 पहिए बनाने में उपलब्धि हासिल की

भारतीय रेलवे (Indian Railways) की तस्वीर को देशभर में बदलने पर जोर दिया जा रहा है. IRCTC एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) ने एक बड़ी उपलब्धि हाशिल की है. भारतीय रेल विभाग ने 1 अप्रैल से 30 मार्च तक के आकड़ो को साझा करते हुए बताया है कि भारतीय रेलवे ने 1088 किलोमीटर तक नई लाइन बिछाने में सफलता हाशिल की है. साथ ही नई लाइन (New line), गेज परिवर्तन (Gauge Conversion), और साथ में डॉबलिंग (Doubling) का भी कार्य पूरा किया है. वही दूसरी तरफ रेलवे ने कारखाने में पिछले साल के मुकाबले इस साल 78 हजार 119 अधिक ट्रैन के पहियों को बनाया है.

भारतीय रेलवे ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि जहाँ पिछले वर्ष 851 किलोमीटर तक रेलवे लाइन थी वही इस वर्ष उस लाइन को 197 किलोमीटर तक और लंबा कर दिया है. जो लाइन पिछले वर्ष 891 किलोमीटर की थी वह लाइन इस वर्ष बढ़कर 1088 किलोमीटर की हो गई है. साथ ही इस वर्ष गेज परिवर्तन और डॉबलिंग का भी कार्य पूरा कर दिया है. जहाँ रेल की पटरी की सिंगल लाइन थी वहां पर डबल लाइन कर दी गयी है. भारतीय रेलवे ने रेल के कार्य के इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ी उपलब्धि हाशिल की है.

रेलवे का अपना खुदका प्रोडक्शन कारखाना है. रेलवे अपने पार्ट्स खुद बनाता है. जी हाँ भारतीय रेलवे के मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे अपने खुदके कारखाने में अपने पहिए बना रहा है जिसमें रेलवे ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. जहाँ पिछले वर्ष में 13 हजार 999 पहिए बनाये गए थे वही इस इस वर्ष में 78 हजार 119 नए पहिए बनाये है. वही रेलवे के पास पहियों की टोटल संख्या 13 हजार 999 से बढ़कर 92 हजार 118 हो गए है.