छत्तीसगढ़

साड़ी जो अनार के छिलके व गुड़ से तैयार होती है

रायपुर .जी हाँ अब साड़ी अनार के छिलके और गुड से भी तैयार की जाने लगी है .छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में संचालित हो रहे विकास आयुक्त हथकरघा के बुनकरों ने इस साड़ी को तैयार किया है, जो कि भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय नई दिल्ली के अंतर्गत है। यह साड़ी एक तरफ जहां हर मौसम में पहनने के लिए किफायती मानी जा रही है। वहीं इसे धुलने के लिए लाउंड्री में भेजने की जरूरत नहीं है, बल्कि घर में धो सकते हैं। साथ ही साड़ी के कलर में कोई फर्क नहीं होगा।इको फ्रेंडली साड़ी है, जिसे तैयार करने के लिए मुख्य रूप से अनार के छिलके, गुड़ और लोहा का उपयोग होता है। इसको तैयार करने के लिए कुछ दिन पहले इसे इन सामग्री के साथ एक माह तक मिट्टी में रखा जाता है। इसकी कीमत मात्र चार हजार रुपए है, जबकि विदेशों में लगभग दोगुनी राशि में लोग खरीदते हैं .पूरी तरह से वनस्पति के रूप में जानी-पहचानी जा रही इस साड़ी में किसी भी प्रकार कोई केमिकल का प्रयोग नहीं होता है। सौ फीसदी नेचुरल व हाथ से इसकी प्रिंटिंग की जाती है। वहीं रनिंग फैबिक में तैयार हो रहे साड़ी को तैयार करने में अधिक समय नहीं लगता है। तीन दिन में एक साड़ी तैयार होती है, क्योंकि शुरू में ही अन्य सामग्री को एक साथ तैयार करने की प्रक्रिया चलती रहती है।