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वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही से रफ्तार पकड़ेगी GDP, 7.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान

शुक्रवार, 30 सितंबर 2022, को भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी नई मोनेटरी पॉलिसी की घोषणा की. इस दौरान केंद्रीय बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 23 के लिए भारत की जीडीपी 7 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है. आरबीआई ने हर तिहामी को लेकर अपने अनुमान के बारे में भी बताया.

आरबीआई ने अपने ग्रोथ अनुमान में कहा कि वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी की वृद्धि दर देखी गई है. इसी वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 4.6 फीसदी रहने और चौथी तिमाही भी 4.6 फीसदी की गति से बढ़ सकती है. इसके अलावा गर्वनर शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही से अर्थव्यवस्था की ग्रोथ स्पीड पकड़ सकती है. उम्मीद है कि यह 7.2 फीसदी की दर से दौड़ना शुरू करेगी

लगातार चौथी बार बढ़ा रेपो रेट
बता दें कि इस बार भारतीय रिजर्व बैंक ने 50 आधार अंकों अथवा 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसकी घोषणा की. इससे अब रेपो रेट बढ़कर 5.90 फीसदी हो गया है. केंद्रीय बैंक द्वारा इस साल ब्‍याज दरों में की गई यह चौथी वृद्धि है. इससे पहले अगस्‍त में रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की गई थी और ब्‍याज दरों को 4.90 फीसदी से बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दिया था.

ICRA ने GDP ग्रोथ रेट का अनुमान 7.2%
रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने चालू वित्त वर्ष के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा था. इक्रा ने इसी बुधवार को कहा कि दबी मांग बढ़ने के साथ वृद्धि दर के कोविड पूर्व स्तर पर आने का अनुमान है. इस अनुमान के अनुसार, सालाना आधार पर पहली तिमाही के जीडीपी वृद्धि दर (13.5 प्रतिशत) की तुलना में दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर काफी नीचे रहेगी. उच्च तुलनात्मक आधार से अगली दो तिमाहियों में भी इसके और नीचे रहने की संभावना है.