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होम और ऑटो लोन के लिए चुकानी होगी ज्यादा EMI, नये व मौजूदा ग्राहकों पर पड़ेगा असर

रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने से होम और ऑटो लोन महंगा हो जाएगा और इसका असर नए और पुराने दोनों ग्राहकों पर होगा. फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर होम लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI ब्याज दरों में वृद्धि के कारण बढ़ जाएगी. सभी बैंक और एनबीएफसी ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर रेपो रेट को बेंचमार्क के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. जब भी रेपो रेट बढ़ते हैं तो लोन पर इंटरेस्ट रेट बढ़ जाता है.

RBI के इस ऐलान से त्योहारी सीजन में होम व ऑटो लोन पर घर और कार खरीदने वाले लोगों को बड़ा झटका लग सकता है. वहीं मौजूदा ऑटो और होम लोन के ग्राहक भी प्रभावित होंगे. रेपो रेट में रिजर्व बैंक ने 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला किया है और अब रेपो रेट की दर 5.40 से बढ़कर 5.90 फीसदी हो गई है.

होम लोन EMI पर ऐसे पड़ेगा असर

मान लीजिये किसी शख्स ने 50 लाख रुपये का होम लोन लिया है और कर्ज चुकाने की अवधि 20 साल है. फिलहाल होम लोन का इंटरेस्ट रेट 8.05% है लेकिन रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद अब यह बढ़कर 8.55 प्रतिशत हो जाएगा. इससे लोन की अवधि 2 साल तीन महीने बढ़ जाएगी. इस कारण ग्राहक को ब्याज के तौर पर अतिरिक्त 11 लाख का भुगतान करना पड़ेगा. हालांकि यह उस परिस्थिति में होगा जब आपकी EMI पहले जैसी बनी रहेगी.

वहीं आपके पास दूसरा विकल्प यह है कि आप EMI बढ़ाकर लोन की अवधि को अपरिवर्तित रख सकते हैं. मान लीजिये आपने 50 लाख रुपये का लोन 20 वर्ष के लिए लिया है. पहले लोन पर ब्याज की दर 8.05 थी. तब उसकी ईएमआई 42,699 रुपये थी. चूंकि रेपो रेट में बढ़ोतरी के कारण अब यह दर 8.55 फीसदी हो जाएगी. इस वजह से होम लोन की EMI बढ़कर 44,136 रुपये हो जाएगी. इस तरह हर महीने आने वाली ईएमआई पर 1437 रुपये बढ़ जाएंगे.

दरअसल रेपो रेट बढ़ने का सीधा मतलब है कि रिजर्व बैंक की ओर से बैंकों को लोन महंगी दर पर मिलेगा. वहीं बैंक इस बढ़ोतरी को ग्राहकों तक ट्रांसफर करते हैं, जिसकी वजह से लोगों के लिए लोन लेना महंगा हो जाता है. इतना ही नहीं इससे नए लोन तो महंगे होते ही हैं, लेकिन साथ में वे होम लोन या कार लोन जो पहले से चल रहे होते हैं, उनकी ईएमआई भी बढ़ जाती है.

ऑटो लोन भी होगा महंगा

अगर आप लोन के जरिए कार या अन्य वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो अब आपको ज्यादा ब्याज देना होगा, साथ ही जिन ग्राहकों का कार लोन चल रहा है तो उनकी भी EMI बढ़ जाएगी. मान लीजिये आपने 5 लाख रुपए का कार लोन लिया है और इसकी अवधि 5 साल है.