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दिवाली पर पटना जाने से सस्ता है दुबई और बैंकॉक जाना, एयरलाइंस कंपनियों ने 3 गुना बढ़ाए टिकटों के दाम

देश में इस समय त्‍योहारी सीजन (Festival Seasons) चल रहा है. दिवाली (Diwali 2022) और छठ (Chhath) आने में बस कुछ ही दिन बाकी हैं. लेकिन उत्‍सव के इस माहौल में ट्रेनों की वेटिंग लिस्‍ट और हवाई किराए में लगी ‘आग’ रंग में भंग डाल रही है. हालात यह हैं कि 22 अक्टूबर को दिल्ली से पटना के लिए फ्लाइट का सबसे सस्ता किराया 14,000 रुपये है. वहीं, उसी दिन नई दिल्‍ली से बैंकॉक की टिकट 10,500 रुपये में मिल रही है तो सिंगापुर भी 13,000 रुपये किराया भरकर जाया जा सकता है. शारजाह की फ्लाइट 11,000 रुपये में उपलब्ध है. 22 अक्‍टूबर के लिए मुंबई से पटना सबसे सस्‍ती फ्लाइट टिकट 20,000 रुपये की है.

मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली से पहले देश के अधिकतर महानगरों से छोटे शहरों के लिए हवाई किराए में करीब तीन गुना उछाल आया है. दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे महानगरों से पटना के लिए फ्लाइट टिकट का दाम बेतहाशा बढ़ा है. पटना ही नहीं, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, चंडीगढ़, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत और दूसरे शहरों के लिए भी एयरलाइन्‍स कंपनियां ज्‍यादा किराया वसूल रही है.

दिल्‍ली-मुंबई के बीच भी बढ़ा किराया
पटना ही नहीं दिवाली से पहले दिल्ली से मुंबई के हवाई किराए में भी 25% तक की भारी वृद्धि हुई है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, कल यानि बुधवार को दिल्ली से मुंबई की नॉन-स्टॉप फ्लाइट की कीमत 26,000 रुपये थी, जबकि कुछ दिन पहले इस ट्रिप के लिए सिर्फ 12,000 रुपये हवाई किराया लगता था. ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip के सह-संस्थापक रिकांत पिट्टी का कहना है कि त्योहारों में यात्रियों की बढ़ी संख्‍या के कारण दिल्ली और मुंबई के बीच हवाई किराए में 20-25% की बढ़ोतरी हुई है.

ट्रेनों में वेटिंग लिस्‍ट लंबी
यात्रा.डॉट कॉम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (फ्लाइट्स) भरत मलिक का कहना है कि फेस्टिव सीजन में दो साल के अंतराल के बाद सभी क्षेत्रों में यात्रा की मांग खूब बढ़ी है. लोग अपने दोस्तों और परिवार के साथ इस बार दिवाली का जश्‍न मनाना चाहते हैं. इसी ने हवाई किराए को प्रभावित किया है. हवाई किराये में उछाल के पीछे सबसे बड़ी पर्याप्त संख्या में ट्रेन में टिकटों का उपलब्ध नहीं रहना है. प्रमुख शहरों को जाने वाली संभी ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट बहुत लंबी है और तत्काल टिकट भी लोगों को आसानी से नहीं मिल रही है.