देश

भारत और चीन के बीच उड़ान सेवा फिर से शुरू होनी चाहिए, भारतीय छात्रों को हो रही परेशानी: चीनी दूत झा लियू

भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें शुरू होने की चर्चा फिर से होने लगी है. एक रिपोर्ट के अनुसार कोलकाता में चीनी महावाणिज्य दूत झा लियू (Zha Liyou) ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें शुरू होनी चाहिए, और दोनों पड़ोसियों की सरकारों को इस पर मिलकर काम करना चाहिए. दरअसल, चीन के वुहान से कोरोनो वायरस तेजी से फैलने के बाद भारत ने उड़ान सेवाओं पर रोक लगा दी थी.

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पड़ोसियों के बीच उड़ान सेवाएं तब से बाधित हुई हैं जब कोरोना वायरस का पहला मामला 2019 के अंत में वुहान में सामने आया था और बाद में दुनिया भर में फैल गया था. उड़ानों पर प्रतिबंध लग जाने से सैकड़ों भारतीय छात्रों के साथ-साथ चीन में काम करने वाले भारतीयों के परिवारों और व्यापारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. हालांकि बीजिंग ने हाल ही में लगभग तीन साल बाद वीजा प्रतिबंध हटा लिया.

लियू ने बुधवार शाम एक प्रेस वार्ता में कहा, “भारत और चीन के बीच सीधी हवाई संपर्क शुरू होनी चाहिए और दोनों सरकारों को इस दिशा में काम करना चाहिए. कई भारतीय छात्र अब चीन लौटने के इच्छुक हैं.” लगभग 23,000 भारतीय छात्रों, जिनमें से ज्यादातर चिकित्सा के क्षेत्र में पढाई करते हैं, जो अब चीन जाने के लिए इच्छुक हैं. बता दें कि चीन के COVID वीजा प्रतिबंधों के कारण यह सभी छात्र घर वापस आ गए थे. भारतीय छात्रों को चीन के कॉलेजों में फिर से पढ़ने के लिए सीधी उड़ानों की अनुपस्थिति के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि भारत और चीन सीमित उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए कई महीनों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन बातचीत बहुत कम आगे बढ़ी है.