प्रगति मैदान में 14 नवंबर से शुरू होने वाले 41वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आइआइटीएफ) 2022 में देश दुनिया के व्यापार के साथ-साथ राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक भी दिखेंगे. इस बार यहां पर भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में विकसित हो रहे वर्ल्ड क्लास स्टेशन की खासियत लाखों दर्शक देखेंगे. रेल मंत्रालय का पवेलियन दूर से दर्शकों को आकर्षित करेगा. इसी तरह अन्य मंत्रालय के पवेलियन भी आकर्षण के केन्द्र होंगे. 27 नवंबर तक चलने वाले मेले का क्षेत्रफल 43 वर्षों बाद(1979 के बाद) इतना अधिक होगा. इस मेले का थीम इस बार ‘वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल’ रखी गई है.
मेले में रेलवे मंत्रालय के पवेलियन की थीम अयोध्या स्टेशन है. इस स्टेशन को वर्ल्ड स्तरीय स्टेशन बनाया जा रहा है. भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में बन रहे वर्ल्ड क्लास स्टेशन की खासियत यहां आने वाले लाखों दर्शक देखेंगे. रेल मंत्रालय का पवेलियन दूर से दर्शकों को आकर्षित करेगा. इसके लिए रेलवे मंत्रालय ने एक टीम लगा दी है, जो विकसित हो रहे अयोध्या रेलवे स्टेशन जैसी थीम बनाने में जुटी है. अयोध्या समेत देश में 40 के करीब स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है.
देश-विदेश के पवेलियन, स्टाल आदि के लिए करीब 73 हजार वर्ग मीटर का क्षेत्रफल रिजर्व रखा गया है. पिछले साल 65 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में मेला लगा था. उसमें नेट एरिया 27 हजार वर्ग मीटर था. इस बार नेट एरिया भी करीब 33 हजार वर्ग मीटर निर्धारित किया गया है. जो 43 वर्षों में सबसे अधिक है. इसमें 12 देश समेत केन्द्र और राज्य सरकार के तमाम मंत्रालय और विभाग हिस्सा ले रहे हैं.
प्रगति मैदान के भीतर पार्किंग की व्यवस्था
सुरंग सड़क शुरू हो जाने से इस बार प्रगति मैदान के भीतर भी पार्किंग की जगह मिल सकेगी. मेले के प्रवेश टिकट और पार्किंग शुल्क को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है. देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है तो इसकी झलक व्यापार मेले में भी जरूर देखने को मिलेगी.
ये राज्य होंगे शामिल
जम्मू कश्मीर समेत 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश मेले में शामिल होंगे. इनमें लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पुड्डूचेरी, असम, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, कर्नाटक, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम शामिल हैं.