छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के तीन ग्राम पंचायतों ने मिसाल पेश की है. कवर्धा जनपद अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत भागूटोला,जेवड़न व मैनपूरी के सरपंचों ने ग्रामीणों के साथ बैठक गांव में पूर्ण शराबबंदी,जुआ सट्टा पर रोक लगाने का निर्णय लिया है. शराब के चलते गांव का माहौल खराब होता था और आए दिन लड़ाई झगड़े होते थे. कड़े नियम बनाए गए है,जिन्हें न मानने वालों को आर्थिक दंड मिलेगा. साथ ही ऐसा करने वालों के बारे में बताने पर पांच हजार का इनाम भी दिया जाएगा.
ग्राम पंचायत भागूटोला के आश्रित ग्राम चीमागोंदी की महिलाओं ने बताया कि शराब बंदी से गांव का माहौल पूरी तरह से शांत है. प्रतिदिन शराब के नशे में लड़ाई झगड़ा होता था, जो अब प्रतिबंध लगाने से नहीं हो रहा है. कुछ ही दिनों में अच्छा परिणाम मिला है. ये आगे भी जारी रहना चाहिए.
सुशीला सागर, अनिता साहू और सुमित्रा बाई,सरपंच,ग्राम पंचायत भागूटोला ने कहा कि गांव में शराबबंदी लागू करने में पंचायतों की पहल की सराहना हो रही है. गांव में रहने वाली महिलाओं के अलावा ग्रामीणों ने भी शराबबंदी पर खुशी जाहिर की है. गांव में अवैध शराब बेचने व खरीदने वालों की संख्या बढ़ रही थी और गांव का माहौल खराब हो रहा था. इससे लोग परेशान हो गए थे. कम उम्र के बच्चे नशाखोरी करने लगे थे. जिसके चलते सबने मिलकर ये पहल की है, जिसका बेहतर परिणाम आने लगा हैय
ग्राम पंचायत के निर्णय का स्वागत हो रहा है. सरकार भले ही शराबबंदी के पेच में उलझी हुई है, लेकिन ग्राम पंचायत की सरकार ने अपने क्षेत्र में शराबंदी कर कर एक नजीर पेश की है, जिससे अन्य गांव व पंचायतों को सीख लेने की जरूरत है.