जल्द यात्री वंदेभारत एक्सप्रेस में लेटकर भी सफर कर सकेंगे. कोच में थोड़ा बदलाव कर इसमें बर्थ लगाई जाएंगी. पहली स्लीपर कोच वाली ट्रेन का ट्रैक पर आने का समय तय हो गया है. ये ट्रेन लंबी दूरी में चलेंगी, जिसमें रात-दिन का सफर किया जा सकता है. आईसीएफ चेन्नई में इन कोचों का निर्माण किया जा रहा है. वंदेभारत से अवागमन में यात्रियों का समय बचेगा.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार मौजूदा समय सभी वंदेभारत केवल चेयरकार वाली हैं, यानी इसमें बैठकर सफर किया जा सकता है. ये ट्रेनें जिन स्टेशनों से चलती हैं, रात में उन्हीं स्टेशनों में वापस आ जाती है. अब रेलवे वंदेभारत में बदलाव करेगा. यानी इन ट्रेनों को राजधानी की तरह चलाने की योजना है. जो दिन-रात चलेंगी. जिसमें लोग सोते हुए सफर कर सकेंगे.
स्लीपर कोच वाली वंदेभारत का ट्रैक पर आने का समय
रेलवे मंत्रालय के अनुसार स्लीपर कोच वाली वंदेभारत एक्सप्रेस का ट्रैक पर आने का समय तय हो गया है. अगले वर्ष अप्रैल से पहले ये ट्रेन ट्रैक पर आ जाएगी. इसमें राजधानी जैसे स्लीपर कोच लगेंगे. लेकिन राजधानी के मुकाबले कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचा जा सकेगा. ये ट्रेन आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी.
इन रूटों पर चल रही हैं वंदेभारत
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन यानी वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में पांच रूटों पर चल रही है. पहली वंदेभारत नई दिल्ली-वाराणसी के बची चली. दूसरी नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा तीसरी गांधीनगर से मुंबई, चौथी नई दिल्ली से अंब अंदौरा स्टेशन हिमाचल और पांचवीं चेन्नई-मैसूरू के बीच चल रही है, जो दक्षिण भारत की पहली वंदेभारत है.