बिना इंटरनेट के मोबाइल पर अब टीवी देखना संभव होगा. क्योंकि सरकार डायरेक्ट टू मोबाइल सुविधा की दिशा में काम कर रही है. CNBC के हवाले से खबर मिली है कि सरकार इसके लिए स्टैंडर्ड बना रही है, जिससे फ्री टू एयर चैनल मोबाइल पर चलेंगे और वाई-फाई एंटीना का काम करेगा. इस कवायद को पूरा करने के लिए कंपनियों को इसके लिए मिडिल वियर लगाने होंगे. इस बारे में टेलिकॉम इंजीनियरिंग सेंटर ने ड्राफ्ट जारी किया है.
दरअसल डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) ब्रॉडकास्ट को लेकर योजना बनाई जा रही है. हाल ही में सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्वा चंद्रा ने कहा था कि डायरेक्ट-टू-मोबाइल ब्रॉडकास्टिंग पर एक पायलट स्टडी जल्द ही दिल्ली-एनसीआर में शुरू की जाएगी, जिसमें टेलीविजन की पहुंच को कई गुना बढ़ाने की क्षमता है.
देश में 60 करोड़ से ज्यादा मोबाइल फोन यूजर्स
उन्होंने कहा, “वर्तमान में, देश में लगभग 20 करोड़ टेलीविजन घर हैं. भारत में 60 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन उपयोगकर्ता और 80 करोड़ ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं. इसलिए टेलीविजन मीडिया की पहुंच बहुत अधिक होना तय है. इस संबंध में आईआईटी-कानपुर और सांख्य लैब्स ने बेंगलुरू में डायरेक्ट-टू-मोबाइल ब्रॉडकास्टिंग पर एक पायलट प्रोजेक्ट का अध्ययन किया है और अब वे नोएडा या दिल्ली के पास कहीं और अध्ययन शुरू कर रहे हैं.”
क्या डायरेक्ट टू मोबाइल ब्रॉडकास्टिंग (D2M)?
जैसे डीटीएच है वैसे ही डीटूएम है. इस सुविधा से अब स्मार्टफोन पर बिना इंटरनेट कनेक्शन के टीवी देखने को मिलेगी. यह सुविधा एफएम रेडियो की तरह काम करेगी, जिसमें गैजेट में निर्मित एक रिसीवर रेडियो फ्रीक्वेंसी तक पहुंच सकता है.
ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट तकनीकों को मिलाकर मोबाइल फोन को स्थानीय डिजिटल टीवी फ़ीड प्राप्त करने में सक्षम बनाया जाता है, जिससे मल्टीमीडिया सामग्री को सीधे स्मार्टफोन पर प्रसारित किया जा सके.