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अब खतरा है ग्लोबल,लैटिन अमेरिकी देशों में चीन से भी अधिक कहर बरपा रहा कोरोना……रफ्तार है दोगुनी डेटा देख होंगे हैरान

कोरोना वायरस संक्रमण के तांडव की सबसे अधिक गूंज चीन में सुनाई दे रही है, मगर ऐसा नहीं है कि केवल चीन में ही कोरोना का आतंक दिख रहा है. चीन के अलावा, लैटिन अमेरिकी देशों में भी कोरोना ने कोहराम मचा दिया है. अगर आंकड़ों की बात करें तो लैटिन अमेरिकी देशों में चीन के मुकाबले कोरोना काफी तेजी से पैर पसार रहा है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 दिसंबर 2022 तक वैश्विक स्तर पर 649 मिलियन से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है और 6.6 मिलियन से अधिक मौतें हुई हैं. कुछ लैटिन अमेरिकी देशों में कोरोना चीन से भी अधिक भयावह हो चुका है और इसकी रफ्तार दोगुनी है. हालांकि, मौत के मामले में चीन अब भी अव्वल है.

कोरोना पर डब्ल्यूएचओ की ओर से 21 दिसंबर को जारी वीकली रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 28 दिनों में लैटिन अमेरिकी देशों में कोरोना केस की रफ्तार चीन से दोगुनी दर्ज की गई है. लैटिन अमेरिकी देशों में जहां कोरोना वायरस केस केसों में 87 फीसदी की वृद्धि आई है, वहीं वेस्टर्न पैसिफिक रीजन, जिसमें चीन भी आता है, में 44 फीसदी मामलों की वृद्धि हुई है. इस रिपोर्ट के आंकड़ों पर गौर करने से पता चलता है कि लैटिन अमेरिकी देशों में पैसिफिक रीजन (चीन) की तुलना में दोगुने रफ्तार से कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि, मौत की रफ्तार लैटिन अमेरिकी देशों की तुलना में चीन में अधिक है.