विदेश

रूस बना रहा है इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अपने यात्रियों को बचाने की योजना

कुछ दिन पहले ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) में रूस के सुयोज यान से कूलेंट लीक (leakage from Soyuz spacecraft) की खबर आई थी. इसके बाद रूसी स्पेस एजेंसी रोसकोसमोस और नासा दोनों ने कहा था कि यह कोई बहुत खतरनाक या चिंता की स्थिति नहीं है. लेकिन रूस ने साथ में यह भी कहा था वह मार्च में होने वाले अगले सुयोज प्रपेक्षण को पहले भी लॉन्च कर सकता है. उसका यह कदम केवल एहतियातन तैयारी की ओर इशारा था. लेकिन अब उसी दिशा में वह एक बचाव अभियान (Rescue Mission for cosmonauts) की भी तैयारी कर रहा है जिसके जरिए स्टेशन से तीनों रूसी यात्रियों को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाया जा सके.

क्या होगा इस अभियान में
इस अभियान में रूस एक अलग से खाली अंतरिक्ष यान भेजेगा जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में जाकर तीन रूसी अंतरिक्ष यात्रियों को लीकेज वाले सुयोज यान से निकाल कर उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाने का काम करेगा. नासा और रोसकोसमोस दोनों ने कहा है कि वे इस लीक के कारणों की जांच करेंगे. वहीं इस बात से भी इनकार किया गया है कि लीकेच जेमिनाइड उल्कावर्षा के कारण हुआ है.

सुयोज को वापस भी लाया जा सकता है
अभी इस बात पर फैसला नहीं लिया गया है कि किस तरह से स्टेशन के कैप्सूल पर पहुंच कर यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा. या तो एक अलग ही अंतरिक्ष यान स्टेशन भेजा जाएगा या फिर लीक हुए सुयोज को ही वापस पृथ्वी पर लाया जा सकता है. रूस पहले ही इशारा कर चुका है कि मार्च में पूर्व निर्धारित अगले सुयोज एमएस 23 का प्रक्षेपण समय से पहले किया जा सकता है.

चल रही है जांच
सुयोज एमएस-23 पहले से ही कुछ परीक्षण से गुजर चुका है. रूस ने कहा था कि अगर जरूरी हुए तो वह इसके प्रक्षेपण कार्यक्रम में तेजी ला सकता है. रोसकोसमोस के निदेशक यूरो बोरिसोव ने इसी हफ्ते के शुरू में बताया था कि विशेषज्ञ यान की स्थिति की जांच करेंगे और फिर 27 दिसंबर तक फैसला करेंगे कि इस मामले में करना क्या है.