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चीन में कोरोना विस्फोट, कई नए खतरनाक वेरिएंट पैदा होने का खतरा

चीन में कोरोना-विस्फोट हो गया है. जब से उसने कोविड-19 गाइडलाइन के प्रतिबंध हटाए हैं, तभी से संक्रमण को लेकर हाहाकार मच रहा है. विशेषज्ञों का यहां तक कहना है कि चीन में कोरोना को लेकर दी जा रही छूट की वजह से इसके अन्य कई और वेरिएंट पैदा होने का भी खतरा हो गया है.
गौरतलब है कि चीन ने लोगों को क्वारंटीन करने को लेकर बड़ा फैसला किया है. उसने कहा है कि अगले साल से 8 जनवरी के बाद देश में प्रवेश करने वालों को क्वारंटीन नहीं होना पड़ेगा.

दूसरी ओर, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कोविड मरीजों की संख्या को रोज जारी करना बंद कर दिया है. अधिकारियों का अंदाजा है कि हाल ही के हफ्तों में कई शहरों में हजारों लोग कोरोना से संक्रमति हुए हैं. हालात यह हैं कि देश के अस्पतालों और श्मशानघाटों में पैर रखने की जगह नहीं बची है. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस अब दुनिया के एक बड़े हिस्से को संक्रमित करने की ताकत रखता है. यह उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जिनकी पिछले संक्रमण की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हुई है और उन लोगों को भी शिकार बना सकता है, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है.

वायरस के प्रजनन का गढ़ बन सकता है चीन
जेनेवा यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ के डायरेक्टर एंटोनी फ्लाहॉल्ट ने एएफपी को बताया कि हर नया संक्रमण कोविड-19 का एक नया वेरिएंट बना सकता है. फ्लाहॉल्ट ने कहा, दुनिया में 140 करोड़ लोग अचानक SARS-CoV-2 वायरस के शिकार हो गए हैं. इससे कोरोना के नए वेरिएंट पैदा होने का खतरा है. फ्रांस की ल्योन यूनिवर्सिटी की वायरोलॉजी प्रोफेसर ब्रूनो लीना ने कहा कि चीन वायरस के प्रजनन का गढ़ बन सकता है.

चीन से आने वाले यात्रियों पर खास नजर
इधर, डब्ल्यूएचओ के साथ प्रमुख वैज्ञानिक के तौर पर काम कर चुकीं डॉ. सौम्या स्वामिनाथन का कहना है कि चीन में कई बुजुर्गों को कोरोना का टीका नहीं लगा है. इस वजह से कई जगहों पर स्थिति भयावह हो गई है. उन्होंने हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस अखबार से कहा था कि हमें किसी भी नए वेरिएंट पर पैनी नजर रखनी होगी. इन मामलों को देखते हुए अमेरिका, इटली, जापान, मलेशिया और भारत ने कहा था कि वह चीन से आने वाले यात्रियों पर खास नजर रखेंगे.