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कोरोना के खिलाफ ‘कोवोवैक्स’ बनेगा रामबाण हथियार! फैसला आज; हीट्रोलोगस बूस्टर डोज के रूप में होगा यूज

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में वैक्सीन ( Covovax Vaccine) के रूप में भारत को जल्द ही एक और कारगर हथियार मिलने वाला है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) की कोवोवैक्स (Covovax) वैक्सीन को जल्द ही हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक ( heterologous Booter Dose) के रूप में मंजूरी मिल सकती है. दरअसल, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की एक विशेषज्ञ समिति कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो खुराक ले चुके वयस्कों के लिए हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स टीके को बाजार में उतारने की मंजूरी देने पर आज यानी बुधवार को फैसला कर सकती है.

आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति की बैठक आज यानी 11 जनवरी को दोपहर में होगी. बता दें कि हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक में प्राथमिक खुराक से अलग बूस्टर खुराक दी जा सकती है. अगर इसकी मंजूरी मिलती है तो फिर कोविशील्ड या कोवैक्सीन ले चुके लोग कोवोवैक्स वैक्सीन बूस्टर के रूप में ले सकते हैं. बता दें कि यह कोविशील्ड से ज्यादा कारगर मानी जा रही है.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सरकारी और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कुछ देशों में महामारी के बढ़ते हालात के मद्देनजर वयस्कों के लिए हीट्रोलोगस बूस्टर खुराक के रूप में कोवोवैक्स को मंजूरी देने के लिए हाल में भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को पत्र लिखा था. डीसीजीआई ने 28 दिसंबर, 2021 को वयस्कों के लिए आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी. उसने 12 से 17 साल की आयु के लोगों के लिए 9 मार्च, 2022 को तथा 7 से 11 साल के बच्चों के लिए 28 जून, 2022 को मंजूरी दी थी. ये मंजूरी कुछ शर्तों के साथ दी गई.

कोवोवैक्स का उत्पादन एसआईआई करता है जिसमें नोवावैक्स की प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 17 दिसंबर, 2021 को आपात उपयोग के लिए इसे सूचीबद्ध करने की मंजूरी दी थी. अमेरिकी टीका निर्माता नोवावैक्स इंक ने अपने कोविड-19 टीके एनवीएक्स-सीओवी2373 के भारत और अन्य कम-मध्यम आय वाले देशों में विकास तथा व्यावसायीकरण के लिए अगस्त 2020 में एसआईआई के साथ लाइसेंस समझौते की घोषणा की थी.