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बुक की है फ्लाइट तो चेक करना ना भूलें अपना Email, सिर पड़ सकती है बड़ी मुसीबत, नहीं होगी कोई सुनवाई

अगर आपने कहीं जाने के फ्लाइट की टिकट बुक की है तो अपना ईमेल चेक करना न भूलें, वरना आपको बड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. इसका एक बड़ा उदाहरण हाल ही में पंजाब के अमृतसर में देखने को मिला है. यहां सिंगापुर जाने वाली एक फ्लाइट ने 35 यात्रियों को लिए बगैर ही उड़ान भर ली. इसके बाद एयरपोर्ट पर यात्रियों ने खूब हंगामा मचाया. हालांकि, एयरलाइन कंपनी का कहना है कि उन्होंने ईमेल के जरिए बदले हुए समय की यात्रियों को इसकी सूचना दी थी लेकिन वे समय से एयरपोर्ट नहीं पहुंचे.

आपको बता दें कि इसी महीने में इस तरह की यह दूसरी घटना है जब फ्लाइट ने यात्रियों को बिना लिए टेक-ऑफ कर दिया हो. एयरलाइन कंपनियों द्वारा एक के बाद एक ऐसे लापरवाही के मामले सामने आने के बाद एयरलाइन्स रेगुलेशन अथॉरिटी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) एयरलाइन कंपनियों पर कार्रवाई कर रही है.

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बुधवार 18 जनवरी को स्कूट एयरलाइन (Scoot Airline) की एक फ्लाइट शाम 7 बजकर 55 मिनट पर अमृतसर से सिंगापुर के लिए रवाना होने वाली थी. लेकिन फ्लाइट ने अपने शेड्यूल टाइम से पांच घंटे पहले ही दोपहर में टेक-ऑफ कर दिया. इस वजह से करीब 35 यात्री एयरपोर्ट पर ही फ्लाइट का इंतजार करते रह गए. यात्रियों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एयरलाइन कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा किया.

एयरलाइन कंपनी ने क्या कहा?
एयरपोर्ट पर पीछे छूट गए यात्रियों के हंगामा करने पर एयरलाइन कंपनी ने घटना पर सफाई देते हुए कहा कि कंपनी ने टेक-ऑफ से पहले यात्रियों को एक ई-मेल जारी किया था जिसमें उन्हें फ्लाइट के बदले हुए टाइम के बारे में जानकारी दी गई थी. कई यात्री उस ई-मेल को पढ़कर सही टाइम पर एयरपोर्ट पहुंच गए थे और फ्लाइट ने दोपहर में ही उन यात्रियों को लेकर उड़ान भर दी.

इसी महीने में इस तरह की दूसरी घटना
बता दें कि इसी महीने में यात्रियों को एयरपोर्ट पर छोड़कर फ्लाइट के टेक-ऑफ करने की यह दूसरी घटना है. इससे पहले 10 जनवरी को गो फर्स्ट एयरलाइन की बेंगलुरू से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट ने 55 यात्रियों को बिना लिए टेक-ऑफ कर दिया था. इस घटना के बाद एयरलाइन कंपनी ने यात्रियों से माफी मांगते हुए अगले एक साल के लिए सभी घरेलू उड़ानों पर फ्री टिकट का वादा किया था. मामले की जांच के बाद कंपनी ने कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की थी. वहीं DCGA की ओर से कंपनी को कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का टाइम दिया गया था.