अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमले से लेकर वैश्विक मंदी, जलवायु संकट, एड्स महामारी, डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से लेकर कोरोना संक्रमण महामारी जैसी आपदाओं पर कई भविष्यवाणियां हुई थीं. इन सभी को लेकर अलग-अलग लोगों ने पूर्व में चेतावनी दी थीं और भविष्यवाणियां की थीं. अमेरिका पर 2001 में हुए आतंकी हमले 9/11 को लेकर ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) के बारे में अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (FBI) को पहले ही सचेत किया गया था. अगर इस भविष्यवाणी (Predicted Disasters) या चेतावनी पर गंभीरता से विचार किया जाता तो शायद इसको रोका जा सकता था. इस बारे में बड़ा खुलासा खुद लेबनानी-अमेरिकी FBI एजेंट रहे अली सौफान ने किया. अली सौफान अक्टूबर 2000 में 29 साल के थे.
‘द गार्जियन’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर 2000 में 29 वर्षीय लेबनानी-अमेरिकी FBI एजेंट अली सौफान ने खुलासा किया कि ब्रुकलिन ब्रिज को पार करते वक्त उनको पेजर की बीप सुनाई दी थी. अली सौफान का कहना है कि यमन तट से करीब 7,000 मील से अधिक दूरी पर एक मछली पकड़ने वाली नाव में आत्मघाती हमलावरों ने यूएसएस कोल के बगल में छेद कर दिया था. इसमें 17 अमेरिकी नाविक मारे गए थे.
उस वक्त एफबीआई के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाग के प्रमुख जॉन ओ’नील ने सौफान को कार्यालय में बुलाया और उनको इसकी जांच का जिम्मा सौंपा. अल-कायदा द्वारा अमेरिका को दिए गए खतरे के बारे में सचेत किया गया था.
सौफान का कहना है कि यह सब कुछ मेरे लिए 1997 में शुरू हुआ था जब मैंने एफबीआई को इस आदमी ओसामा बिन लादेन के बारे में चेतावनी देते हुए एक मेमो लिखा था. यह उस समय बेहद खास दस्तावेज बन गया था जब 1998 में पूर्वी अफ्रीकी दूतावास में बमबारी हुई थी.
सौफान ने कहा कि अलकायदा हमले को रोका जा सकता था. CIA ने ऐसी कई जानकारी छिपाई थीं जिससे 9/11 साजिश का पर्दाफाश हो सकता था. कई दिनों तक नींद के बिना काम करते हुए, सौफान ने यूएसएस कोल षड्यंत्रकारियों में से एक से पूछताछ की, जिसने एक जिहादी का जिक्र किया था जो 9/11 अपहर्ताओं में से एक को जानता था और यमन हमले में शामिल था. कई दिनों की पूछताछ के बाद, सौफान ने उस आदमी से आतंकवादियों की पहचान करवाई.
सौफान ने 2005 में एफबीआई छोड़ दी थी. अपने 50 के दशक की शुरुआत में अब वह एक वैश्विक सुरक्षा सलाहकार सौफान समूह चलाते हैं. उन्होंने दुनिया में उभरते खतरों को लेकर चेतावनी दी हैं. लेकिन शायद उन पर ध्यान नहीं दिया और अब इन पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की थी कि मुझे यकीन हो गया था कि हमें एक महामारी से जूझना होगा, और हम इसके लिए तैयार नहीं थे.
कोविड पर रॉबिन मारांट्ज़ हेनिग
इतना ही नहीं दुनिया में तबाही मचाने वाली कोरोना संक्रमण महामारी के बारे में 1990 में रॉबिन मारांट्ज़ हेनिग ने भविष्यवाणी की थी. हेनिग ने वायरस के बारे में एक किताब पर शोध करना शुरू किया था. एक साल पहले, वॉशिंगटन डीसी में एक सम्मेलन में 200 से अधिक वायरोलॉजिस्ट भविष्य के खतरों पर विचार करने और एक शालीनता का मुकाबला करने के लिए एकत्र हुए थे. यह सम्मेलन एक वायरस के संभावित उद्भव के बारे में प्रतीत होता था जो महासागरों को पार कर सकता था और एक महामारी का कारण बन सकता था.
हेनिग ने एड्स के शुरुआती आतंक को याद किया, जो पहली बार 1981 में न्यूयॉर्क शहर में देखा गया था, जहां उसका भाई उस समय डॉक्टर के रूप में काम कर रहा था. 1983 में हेनिग 29 साल के थे और पहले से ही एक प्रतिभाशाली विज्ञान लेखक थे. न्यूयॉर्क टाइम्स में एड्स के बारे में एक पत्रिका फीचर भी प्रकाशित हुआ. इस पर कुछ सप्ताह पहले वैज्ञानिकों ने एचआईवी को इसके पीछे के वायरस के रूप में पहचाना तो इसके बाद मेरे संपादकों ने कहा, ‘ठीक है, अब हम आपको एड्स बीट पर रखने जा रहे हैं और आप यह पता लगाने जा रहे हैं कि कौन सी लैब इसे ठीक करने जा रही है, और हम वहां ग्राउंड रिपोर्ट करेंगे.’ हेनिग अब 69 साल के हैं और न्यूयॉर्क में रह रहे हैं. एड्स से होने वाली मौतों की रोकथाम करने में करीब 10 साल का वक्त लग गया.