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कम ब्याज पर कैसे मिलेगा पर्सनल लोन, बैंक इन फैक्टर्स से तय करता है इंटरेस्ट, अप्लाई करने से पहले समझिए

ज्यादातर लोग अपनी कई तरह की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्सनल लोन का सहारा लेते हैं. सभी बैंक अलग अलग ब्याज दर पर कस्टमर्स को पर्सनल लोन मुहैया कराते हैं. वहीं ये दरें कस्टमर्स के अनुसार भी बदलती रहती है. किसी से पर्सनल लोन के लिए ब्याज सामान्य से ज्यादा लिया जा सकता है और किसी को सस्ती दर पर भी पर्सनल लोन मिल जाता है.

पर्सनल लोन की ब्याज दर कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है. इसमें क्रेडिट हिस्ट्री, सिबिल स्कोर जैसी कई चीजें शामिल होती है. आइए जानते हैं कि वे कौनसे फैक्टर्स हैं जिनसे आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर तय होती है.

सोर्स ऑफ इनकम का पड़ता है असर
कोई भी बैंक किसी को लोन देने से पहले यह देखता है कि उसे वापस चुकाने में लोन लेने वाला व्यक्ति कितना सक्षम है. इसके लिए सबसे पहले आपकी इनकम देखी जाती है. इसी के आधार पर बैंक या वित्तीय संस्थान यह तय करता है कि आपको पर्सनल लोन देने में उसे कितना जोखिम है. आपके द्वारा पर्सनल लोन के रूप में मांगी गई राशि और आपकी इनकम दोनों को देखते हुए बैंक आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर तय करता है.

सिबिल स्कोर भी है अहम
सिबिल स्कोर आपके द्वारा पहले लिए गए लोन और क्रेडिट कार्ड आदि का लेखा जोखा देखकर तैयार किया जाता है. इससे बैंक यह तय करता है कि आपको लोन के रूप में कितनी राशि दी जा सकती है. आपका सिबिल स्कोर जितना अधिक होता है, आपको सस्ती दरों पर लोन मिलने की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है. बता दें कि 750 या उससे अधिक सिबिल स्कोर को सबसे बेहतर माना जाता है. इसलिए आपको अच्छा सिबिल स्कोर मैंटेन करके रखना जरूरी है.