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भारत में पारंपरिक इलाज कराने आने वाले विदेशियों को मिलेगा अब ‘आयुष वीजा’, बढ़ेगा मेडिकल टूरिज्म

विदेशियों को अब इलाज के लिए भारत आने पर एक खास कैटेगरी का वीजा दिया जाएगा. सरकार ने इसके लिए आयुष वीजा को लॉन्च किया है. यह वीजा ऐसे विदेशियों के लिए लॉन्च किया गया है, जो भारत आकर यहां के पारंपरिक तरीकों से अपना इलाज कराना चाहते हैं. पारंपरिक जैसे कि आयुर्वेदिक, कल्याण और योग जैसे तरीकों से इलाज के लिए भारत आने वाले विदेश के लोगों को यह वीजा दिया जाएगा.

वहीं इस फैसले को लेकर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस वीजा को लॉन्च करने के बाद अब भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री के विजन को भी मजबूती मिलेगी. बता दें कि साल 2022 में गुजरात के गांधीनगर में ग्लोबल आयुष इनवेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट में पीएम मोदी ने विदेशी नागरिकों के लिए आयुष वीजा कैटेगरी बनाने का ऐलान किया था. कहा जा रहा है कि इस वीजा की शुरुआत होने से भारत का मेडिकल टूरिज्म बहुत तेजी के साथ ग्रोथ करेगा.

साल 2025 तक आयुष आधारित हेल्थ केयर और वेलफेयर इकोनॉमी बढ़कर 70 बिलियन डॉलर पर पहुंच जाएगा. आयुष वीजा की कैटेगरी सरकार की हील इन इंडिया मुहिम का हिस्सा है. इस मुहिम के तहत भारत को इलाज के लिहाज से आकर्षक स्थान के रूप में बढ़ावा देना है. आयुष मंत्रालय और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत को दुनिया के मेडिकल पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए वन स्टॉप हील इन इंडिया पोर्टल विकसित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में यहां मेडिकल वैल्यू ट्रैवल में अच्छी तेजी देखने को मिली है.