केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत सड़क, रेल, बिजली समेत अपने बुनियादी ढांचे को तेजी से आधुनिक रूप देने के साथ 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने यहां ‘परिवर्तनकारी और भविष्य के लिये तैयार बुनियादी ढांचा’ विषय पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अब हम खुद को एक विकसित देश में बदल रहे हैं. हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी और हम एक विकसित देश बनेंगे.’’
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल रहे सिंह ने कहा कि भारत तेजी से बुनियादी ढांचे को आधुनिक रूप दे रहा है. यह इस बात से पता चलता है कि बजट में पूंजीगत व्यय के लिये आवंटन 2023-24 में 10 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो 2014 के मुकाबले पांच गुना है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में एक्सप्रेसवे केवल 353 किलोमीटर था जो वर्तमान में बढ़कर 3,106 किलोमीटर हो गया है.
बिजली क्षेत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से बिजली उत्पादन क्षमता में 1.90 लाख मेगावाट से अधिक का इजाफा हुआ और वर्तमान में कुल क्षमता 4.21 लाख मेगावाट से अधिक हो गयी है. मंत्री ने कहा कि आज बिजली की स्थापित क्षमता इसकी अधिकतम मांग के मुकाबले लगभग दोगुनी है और इसका निर्यात पड़ोसी देशों को किया जा रहा है. सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारत 2047 तक विकसित देश बनेगा.’’
नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में उन्होंने कहा कि हमने हर साल कुल क्षमता में 50,000 मेगावाट का इजाफा करने का लक्ष्य रखा है और 2030 तक देश कुल क्षमता में हरित ऊर्जा स्रोतों से 500 गीगावाट (पांच लाख मेगावाट) बिजली हासिल करने के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि नौ साल (2014-23) के दौरान सौर क्षमता में 64,000 मेगावाट से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 31 मार्च, 2014 में स्थापित क्षमता का 23 गुना है.
सड़क क्षेत्र का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 में कुल राष्ट्रीय राजमार्ग 91,287 किलोमीटर था, जो मार्च, 2023 में 59 प्रतिशत बढ़कर 1,45,240 किलोमीटर हो गया है. वित्त वर्ष 2013-14 में प्रतिदिन 11.6 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे थे, जो 2022-23 में बढ़कर 28.3 किलोमीटर प्रतिदिन हो गंया है.
रेलवे का उल्लेख करते हुए सिंह ने कहा कि मध्यम उच्च गति वाली वंदे भारत ट्रेन का तेजी से विस्तार किया जा रहा है. अबतक 25 वंदे भारत ट्रेन विभिन्न राज्यों में शुरू की गई हैं. 150 ट्रेन सेवाएं चालू वर्ष में शुरू किये जाने का लक्ष्य है और 2030 तक ऐसी 800 से अधिक ट्रेन चलाने की योजना है. उन्होंने कहा कि 2022-23 में 6,565 ‘रूट किलोमीटर’ (आरकेएम) का विद्युतीकरण किया गया जो 2013-14 में केवल 610 ‘रूट किलोमीटर’ था.
सिंह ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कश्मीर घाटी तक रेल पहुंच जाएगी. कश्मीर घाटी को शेष भारत से रेल से जोड़ने के लिये 2004 में शुरू की गई 272 किलोमीटर की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना चालू वित्त वर्ष में पूरी हो जाएगी.
विमानन क्षेत्र के बारे में मंत्री ने कहा कि अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है और हवाई अड्डों की संख्या 2014 के 74 से दोगुनी होकर 2023 में 148 हो गई है. विमान बेड़े का आकार 2014 में 395 से बढ़कर 2023 में 729 हो गया है. घरेलू यात्रियों की संख्या 2013-14 में 6.1 करोड़ थी जो 2022-23 में 13.6 करोड़ हो गई है.