छत्तीसगढ़

राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण हेतु ग्राम स्तर पर शिविर का आयोजन

कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने सभी अनुभागीय अधिकारियों एवं तहसीलदारों को हल्का पटवारी स्तर पर ग्राम वार शिविर लगाकर राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए है। जिसके तहत महासमुंद अनुविभागीय अधिकारी श्री उमेश साहू ने महासमुंद अंतर्गत बी-1 पठन पाठन/ अन्य कार्य हेतु शिविर आयोजन करने ग्राम तिथि वार सूची जारी की है। उन्होंने समस्त हल्का पटवारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अधीनस्थ ग्रामों के कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराकर निर्धारित तिथि में आयोजित शिविर में बी-1 पठन पाठन एवं अपने दायित्व से संबंधित कार्य कराएं। साथ ही अविवादित नामांतरण एवं बंटवारा के मामलो की ऑनलाईन भूईया में दर्ज करना, नवीन ऋणपुस्तिका बना कर प्रदाय करना, भू-अभिलेखो की नकल प्रदाय करना, नक्शा बटांकन एवं सीमांकन हेतु आवेदन प्राप्त कर निराकरण करना,जाति प्रमाण हेतु वशांवली तैयार कर प्रदाय करना एवम राजस्व से संबंधित अन्य कार्य संपादित करना सुनिश्चित करे।

महासमुंद अनुविभाग में जारी सूची के अनुसार 6 फरवरी को निम्न ग्रामों में शिविर लगाया जाएगा। इनमें बरबसपुर, परसकोल, परसट्ठी, घोड़ारी, सोरिद, पाली, सोरम, सिरगिड़ी जामली, बनसिवनी, कुकराडीह, कौवाझर, बेलटुकरी, तुमगांव, भोरिंग, लभराकला, खरोरा, मुढ़ेना, साराडीह, चिंगरौद, गौरखेड़ा, मुरकी, सिंघुपाली, कुर्रूभाठा, झलप, जोरातराई, सिंधौरी, सिंघनपुर, गुढ़ेलाभाठा, पण्डरीपानी, बरेकेलकला, सराईपाली, बिरबीरा, खिरसाली, अमोरा, सिंघनगढ़, भावा, पटेवा, बोडरा, सलीहाभाठा, कोकड़ी, नवागांव, बंबूरडीह, मुड़ियाडीह, सेनकपाट, अछोला, खट्टीडीह, गुढे़लाभाठा एवं मोहकम शामिल है।

बागबाहरा अनुभाग अंतर्गत कल से शिविरों का आयोजन
अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती सृष्टि चंद्राकर ने बताया कि बागबाहरा अनुभाग अंतर्गत 6 फरवरी को ग्राम बंसुलाडबरी, मोंगरापाली (रे), खेमड़ा, बोड़रीदादर, सुवरमाल, घोयनाबाहरा, बकमा, टेका, कोसमर्रा, टोंगोपानीकला, बोईरगांव, खुर्सीपार, झिटकी, पंडरीपानी, मुनगासेर, पटपरपाली, अरण्ड, खल्लारी, हाड़ाबंद, घूचापालीकला, कोमा, सुखरीडबरी, गबौद, कलमीदादर, सिर्रीपठारीमुड़ा, कमरौद, शिकारीपाली, छुईहा, तेन्दूकोना, बिराजपाली, पतेरापाली, भालूचुंवा, आंवराडबरी, एम.के. बाहरा, बिहाझर, खुटेरी, डुमरपाली एवं धरमपुर में शिविर लगाया जाएगा। इसी तरह ग्राम स्तर पर प्राप्त आवेदनों का निराकरण पश्चात तहसीलदारों द्वारा ग्राम पंचायतों में 1 मार्च से शिविर लगाए जायेंगे। शिविर में समस्याओं के निराकरण एवं जाति प्रमाण पत्र वितरण की कार्रवाई की जायेगी।