छत्तीसगढ़

सफलता की कहानी,मोबाइल में मैसेज की बजी घंटी,पूरी हुई मोदी की गारंटी

मोबाइल में मैसेज की बजी घंटी,पूरी हुई मोदी की गारंटी

महतारी वंदन योजना की राशि पाकर महिलाओं में जागा आत्मसम्मान

रायपुर, 11 मार्च 2024/अपना बैंक का खाता खुलवाने के बाद हर दिन कुछ रुपये बचत करने और खाते में जमा करने की सोचने वाली लता आज खुश है…दरअसल उनकी खुशी यूँ ही नहीं है…खुशियों के पीछे की वजह है..और यह वहीं वजह है…जिनके लिए वह बेसब्री से इंतजार में थी कि कब उनके मोबाइल में मैसेज की घण्टी बजे तो वह आश्वस्त हो जाए कि अब बचत की जुगत लगाते समय नहीं कटेगा अपितु मोदी की गारंटी के तहत हर माह खाते में महतारी वंदन योजना की राशि आने की गारंटी होगी। कुछ ऐसा ही विश्वास द्वासा बाई, कैलाश बाई और सुकृता, यामिनी कश्यप का भी है कि मोदी की गारंटी के तहत हर महीने एक हजार रुपये उनके खाते में आएंगे,इस रकम से उनकी जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति होंगी।

देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना की शुरुआत करते हुए सभी पात्र महिलाओं के खाते में ऑनलाइन राशि भेजे जाने से महिलाओं में न सिर्फ उत्साह का माहौल है,अपितु आर्थिक रूप से मजबूत होने और सम्मान तथा आत्मविश्वास की नई आशा भी जगी है। कटघोरा ब्लॉक के ग्राम कसाइपाली की सुकृता बाई और यामिनी कश्यप ने बताया कि उन्होंने अपना आवेदन जमा किया था,तब से खाते में राशि आने का इंतजार था। आज प्रधानमंत्री ने सभी के खाते में पैसे भेजे हैं। यह एक हजार की राशि हमारी बहुत काम आएगी। उन्होंने बताया कि घर मे छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भी कुछ रुपयों की आवश्यकता पड़ती रहती है,इस बीच ऐन वक्त पर कोई नहीं रहने पर किसी और से पैसे मांगने तक कि नौबत आ जाती है,अब जबकि महतारी वंदन योजना से हर माह पैसे मिलेंगे तो निश्चित ही यह रकम खाते में जमा होते रहेंगे और हमें जब जरूरत होगी,पैसे निकाल लेंगे। इस तरह यह पैसा हमारी बचत के साथ सुरक्षित भी है और हमारी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार भी। ग्राम देवरी की द्वासा बाई ने बताया कि यह एक हजार रुपए उनके बहुत काम आएंगे। वृद्ध हो चुकी द्वासा बाई का कहना है कि पति रोजी मजदूरी करते हैं, किसी तरह से घर चलता है, वह बार-बार पैसे नहीं मांग सकती है,अब खाते में पैसा आने से घर के लिए कुछ जरूरी सामान खरीद पाएगी। ग्राम घना डबरी की 65 वर्षीय वृद्ध श्याम बाई का कहना था कि उन्हें पेंशन भी नहीं मिलता था,अपनी बेटी लता के पास ही रहती है। एक हजार रुपए हर माह मिलने से उन्हें विश्वास तो रहेगा कि वह जरूरत पड़ने पर खुद के लिए कुछ सामान खरीद सकती है या किसी की मदद भी कर सकती है। बांकीमोंगरा की गोमती साहू, घना कछार की कुंती महंत का कहना था कि महिलाओं के विषय में सरकार ने सोचा और उनके खाते में राशि दी, यह हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। हम सभी इस पैसे का सदुपयोग करेंगे। महिलाओं ने महतारी वंदन योजना लागू किए जाने और खाते में रुपये भेजे जाने पर इसे मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा दी गई गारंटी पूरा होने पर उनका आभार भी जताया है। गौरतलब है कि प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं और कोरबा जिले में 2 लाख 95 हजार 405 महिलाओं को महतारी वंदन योजना से लाभान्वित किया गया है