इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री के बाहर दोपहर करीब एक बजे एक कार आकर रुकती है. इस कार से एक विदेशी शख्स बाहर निकलता है और एक-एक कर कार से बड़े-बड़े बैग निकाल कर बैगेज ट्रॉली में रखने लगता है. वहीं, कुछ ही दूरी पर खड़े सीआईएसएफ इंटेलीजेंस के एक प्रोफाइलर की नजर जैसे ही इस विदेश युवक पर पड़ती है, उसके माथे पर बल पड़ जाते हैं.
दरअसल, सीआईएसएफ इंटेलीजेंस प्रोफाइलर के माथे पर बल पड़ने की दो वजहें थीं, पहली – एक शख्स को पास एक दो नहीं, बल्कि छह-छह बड़े-बड़े बैग का होना और दूसरी – यह विदेशी शख्स इन बड़े-बड़े बैग्स को इतनी आसानी से उठा कर ट्रॉली में रख रहा था, मानो उसके अंदर कुछ भी न हो. इन्हीं दोनों वजहों के चलते सीआईएसएफ प्रोफाइलर ने इस विदेशी शख्स का पीछा करना शुरू कर दिया.
इस तरह पुख्ता हुआ सीआईएसएफ का शक
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सभी बैग्स को ट्रॉली में रखने के बाद यह शख्स एक-एक कर टर्मिनल थ्री के कई इंट्री गेट के सामने से गुजरा. सभी गेट्स का मुआयना करने के बाद यह विदेशी शख्स एक ऐसी इंट्री गेट के बाहर लगी लाइन में खड़ा हो गया, जिसमें सबसे अधिक भीड़ थी. इस विदेशी शख्स की यह हरकत सामान्य नहीं थी. सामान्यतय: मुसाफिर उस गेट को प्राथमिकता देते हैं, जहां पर यात्रियों की संख्या सबसे कम होती है. बस यही पर सीआईएसएफ के प्रोफाइलर का शक यकीन में बदल गया.
हिरासत में ले शुरू हुआ तलाशी का सिलसिला
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शक के आधार पर इस विदेशी शख्स को चेक-इन एरिया में ही इंटरसेप्ट कर लिया गया. जिसके बाद, तलाशी का सिलसिला शुरू हुआ. एक-एक कर सभी छह बैग खोले गए. इन बैग के अंदर से जो चीज बाहर निकली, उसकी उम्मीद किसी ने भी नहीं की थी. दरअसल, उसके सभी छह बैग में सिर्फ और सिर्फ तरह-तरह की दवाएं भरी हुई थीं. जब इन दवाओं के बाबत इस विदेशी शख्स को दस्तावेज मांगे गए तो यह विदेशी शख्स किसी भी तरह के दस्तावेज दिखाने में असमर्थ रहा.
पूछताछ के दौरान इस शख्स ने किया यह खुलासा
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान इस शख्स की पहचान जोसेफ अमर अमरते के रूप में हुई. जोसेफ मूल रूप से घाना का नागरिक है. वह अमीरात एयरलाइन की फ्लाइट EK-517 से दुबई के लिए रवाना होने वाला था. दुबई से उसे वह अक्करा (घाना) के लिए रवाना होने वाला था. इसके कब्जे से पकड़ी गई दवाओं की कीमत करीब 85 लाख रुपए आंकी गई है. वहीं सीआईएसएफ ने घाना मूल के जोसेफ को कस्टम के हवाले कर दिया है. वहीं, कस्टम इस मामले में आगे की जांच कर रही है.