देश के पूर्वोत्तर राज्यों की सीमाएं कई देशों से लगती हैं. इनमें चीन, भूटान, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे देशों का नाम आता है. चीन, म्यांमार और बांग्लादेश से लगती सीमाएं काफी संवेदनशील हैं. तस्करी, घुसपैठ समेत अन्य तरह की आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. अधिकांश इलाका पहाड़ी और पर्वतीय होने के चलते चौकस निगरानी रख पाना आसान नहीं होता है. इसके बावजूद आईटीबीपी, बीएसएफ, असम राइफल्स जैसे अर्धसैनिक बल के जवान अपनी जान की परवाह किए बगैर मुस्तैदी से अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं. उन्हीं की सजगता और सतर्कता से बड़ी सफलता मिली है. मणिपुर-म्यांमार सीमा पर यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट- पी गुट के 34 सदस्यों ने हथियार समेत समर्पण किया है.
जानकारी के अनुसार, म्यांमार से मणिपुर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट- पी (यूएनएलएफ-पी) के 34 सशस्त्र उग्रवादियों ने अपने स्वचालित हथियारों के साथ असम राइफल्स के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि वे म्यांमार में प्रतिद्वंद्वी पीडीएफ की भीषण गोलीबारी के बाद मणिपुर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इलाके में सतर्क असम राइफल्स के जवानों ने उन्हें देखा और चुनौती दी.
राज्य पुलिस को सौंपे गए उग्रवादी
अधिकारियों ने बताया कि 34 सशस्त्र उग्रवादियों के समूह ने अपने स्वचालित हथियारों के साथ बल के समक्ष आत्मसमर्पण करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि उग्रवादियों को राज्य पुलिस को सौंप दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि माना जा रहा है कि आत्मसमर्पण करने वाला समूह घाटी से संचालित उग्रवाही समूह यूएनएलएफ (पी) के सदस्यों का है. संगठन ने 29 नवंबर, 2023 को केंद्र सरकार और मणिपुर सरकार के साथ युद्धविराम का समझौता किया था.