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क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग, तो कान खोलकर सुन लें ये बदले नियम, वरना चुकानी होगी ज्यादा फीस

शॉपिंग से लेकर खाने-पीने और यूटिलिटी बिल के पेमेंट के लिए हर जगह लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आपके लिए एक बेहद जरूरी खबर है. दरअसल कुछ बैंकों ने क्रेडिट कार्ड को लेकर अपने चार्जेस में बदलाव और नियमों में संशोधन किया है. ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक, यस बैंक और एचडीएफसी बैंक ने क्रेडिट कार्ड की फीस स्ट्रक्चर में कुछ बदलाव किए हैं. अगर आपके पास इनमें से किसी भी बैंक का क्रेडिट कार्ड है तो आपको नए नियमों के बारे में पता होना चाहिए.

भारत में क्रेडिट कार्ड यूजर्स की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. अममून दिग्गज प्राइवेट और सरकारी बैंक आकर्षक फीचर्स के साथ क्रेडिट कार्ड जारी करती हैं. हालांकि, समय-समय पर नियमों संशोधन होने से इसकी फीस में बढ़ोतरी या कटौती हो जाती है, जिन्हें हर यूजर्स को ध्यान में रखना चाहिए.

इन बैंकों ने बदल दिए क्रेडिट कार्ड से जुड़े ये नियम

आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के अनुसार, यदि यूटिलिटी बिलों के लिए क्रेडिट कार्ड से किया गया कुल भुगतान 20,000 रुपये से अधिक है, तो इस पर 1 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लागू होगा. इसके अलावा, 18 फीसदी जीएसटी भी लगेगा. हालाँकि, एलआईसी क्लासिक क्रेडिट कार्ड और एलआईसी सेलेक्ट क्रेडिट कार्ड यूटिलिटी सरचार्ज के अधीन नहीं हैं.

बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने BOBCARD One सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर और देर से भुगतान शुल्क बढ़ा दिया है. बढ़ी हुई दरें 26 जून 2024 से लागू होंगी. एचडीएफसी बैंक के सबसे लोकप्रिय क्रेडिट कार्डों में से एक, स्विगी एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड ने कैशबैक प्रोग्राम पेश किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 21 जून 2024 से इस क्रेडिट कार्ड में नया कैशबैक स्ट्रक्चर लागू हो गया है इसलिए कार्ड से प्राप्त कैशबैक अब स्विगी ऐप पर स्विगी मनी के रूप में दिखाई नहीं देगा, बल्कि यह क्रेडिट कार्ड अकाउंट पर दिखाई देगा.यस बैंक ने ‘प्राइवेट’ क्रेडिट कार्ड प्रकार को छोड़कर, अपने सभी क्रेडिट कार्डों के विभिन्न नियमों को रिवाइज किया है. इसके अलावा, यूटिलिटी ट्रांजैक्शन के लिए एक्सट्रा फी की शर्तों में भी बदलाव हुआ है.