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बेस्‍ट ऑफ लक.. सुरक्षा एजेंसियों की बीच मची अफरा-तफरी, कैंसिल हुई फ्लाइट, एयरलाइन सहित यात्रियों को लगी मोटी चपत

 इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के ऑपरेटर डायल के कॉल सेंटर में एक ई-मेल आता है, इस ई-मेल को पढ़ते ही कस्‍टम केयर अधिकारी के हाथ पांव फूल जाते हैं. आनन फानन यह कस्‍टम केयर अधिकारी एयरपोर्ट सिक्‍योरिटी से जुड़ी सभी एजेंसियों को एक-एक कर कॉल करना शुरू कर देता है. और देखते ही देखते एयरपोर्ट सिक्‍योरिटी से जुड़े ऑफिसर्स के बीच लगभग भगदड़ सी स्थिति मच जाती है. ये सभी अधिकारी एक मीटिंग रूम में एकट्ठा होते हैं और सबसे पहला आदेश दिल्‍ली से टोरंटो जाने वाली फ्लाइट का टेकऑफ कैंसिल कर उसे होल्‍ड करने का दिया जाता है.  

दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट में यह भगदड़ उस ई-मेल की वजह से मची थी, जिसमें यह लिखा हुआ था कि ‘एयर कनाडा AC-043 में बम है… बेस्‍ट ऑफ लक’. दरअसल, यह मेल दिल्‍ली से टोरंटो जाने वाली फ्लाइट AC-043 के डिपार्ट होने से चंद सेकेंड पहले ही आया था, लिहाजा इस फ्लाइट के सभी यात्री प्‍लेन में बोर्ड कर चुके थे. फ्लाइट क्रू डिपार्चर संबंधित तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर चुकी थी और अब सिर्फ एयर ट्रैफिक कंट्रोल से क्लियरेंस मिलने का इंतजार किया जा रहा था. वहीं, इस मेल की खबर के बाद फ्लाइट के टेकऑफ को होल्‍ड कर पैसेंजर को डिबोर्ड करने के लिए कह दिया गया. 

आशंकाओं से घिरा यात्रियों को दिलो-दिमाग
वहीं, जब फ्लाइट क्रू ने सुरक्षा कारणों के चलते डिबोर्डिंग से संबंधित सूचना यात्रियों को दी तो उनके दिल और दिमाग भी कई तरह की आशंकाओं से घिर गया. इसके बाद, कई मोर्चो पर युद्ध स्‍तर पर कार्रवाई शुरू की गई. मसलन, प्‍लेन से डिबोर्ड होने वाले यात्रियों की दोबारा सुरक्षा जांच शुरू की गई. उनके साथ प्‍लेन में गए हैंड बैगेज का एक्‍स-रे किया गया. प्‍लेन के कार्गो एरिया को खाली कराकर पूरे सामान की फिर से सुरक्षा जांच की गई. प्‍लेन के कॉकपिट, टॉयलेट, केबिन, बंकर, पैंट्री सहित सभी हिस्‍सों को पूरी गंभीरता के साथ खंगाला गया. वहीं, इस पूरी कवायद में करीब आठ घंटे का समय बीत गया. 

अब एयरलाइंस के सामने आईं दो नई समस्‍याएं
सुरक्षा जांच की इस पूरी कवायद के बाद जब एजेंसियों को कुछ नहीं मिला तो ई-मेल से आए कॉल को हॉक्‍स करार दे दिया गया. लेकिन इस बीच, एयरलाइंस दो तरह की समस्‍याओं रूबरू हो रही थी. पहला- क्रू के फ्लाइंग आवर्स की लिमिटेशन और दूसरा- इस फ्लाइट से जाने वाली यात्रियों की सहूलियत. पहली समस्‍या के निपटारे के तहत, फ्लाइट को कैंसिल कर दिया गया और अगली फ्लाइट से नए क्रू के आने का इंतजार किया गया. वहीं, दूसरी समस्‍या के निदान के लिए एयरलाइन ने सभी मुसाफिरों को स्‍थानीय होटल में शिफ्ट करने का फैसला किया.  

और नई खबर से बढ़ा दी यात्रियों की बेचैनी
वहीं एयरलाइंस के इन दोनों फैसलों ने यात्रियों को बेचैन कर दिया. इस बेचैनी की वजह टोरंटो में उनके प्रिशेड्यूल्‍ड मीटिंग और होटल बुकिंग थी. फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से उनको न केवल अपने काम का नुकसान हो रहा था, बल्कि होटल बुकिंग के लिए डॉलर में दी गई रकम भी बर्बाद हो गई. चूंकि अब मामला सुरक्षा का लिहाजा कोई कुछ नहीं कर सकता था. आखिरकार, अगले दिन इन सभी यात्रियों को नए क्रू के साथ टोरंटो के लिए रवाना कर दिया गया. वहीं, इस मामले में नया ट्विस्‍ट तब आया, जब आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने हॉक्‍स ई-मेल करने वाले को पकड़ लिया. 

सबको चौंकाने वाला था इस मामले में नया ट्विस्‍ट
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एक लंबी मशक्‍कत के बाद उस मोबाइल के लोकेशन का पता लगा लिया, जिसनसे एयर कनाडा की फ्लाइट में बम का हॉक्‍स ई-मेल किया था. जांच में पता चला कि यह ई-मेल उत्‍तर प्रदेश के मेरठ से किया गया है. जब एयरपोर्ट पुलिस की टीम लोकेशन को फॉलो करते हुए मेरठ पहुंची तो नए ट्विस्‍ट ने उनको भी कुछ पलों के लिए असमंजस में डाल दिया. दरअसल, यह ई-मेल एक 13 साल के बच्‍चे ने किया था और ई-मेल करने के लिए उसने अपनी मां के मोबाइल का इंटरनेट यूज किया था. मस्‍ती में उसने यह ई-मेल सिर्फ इसलिए किया था कि देखते हैं, पुलिस उसे पकड़ पाती है या नहीं.