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कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे: नंबर-1 से नंबर-43 पर आया भोपाल एयरपोर्ट, यात्रियों की नजरों में पूरी तरह फेल

मध्य प्रदेश के लिए बड़ी और चौंकाने वाली खबर है. अभी तक नंबर-1 रहा भोपाल का राजा भोज एयरपोर्ट 43 नंबर पर पहुंच गया है. यह कस्टमर सेटिस्फेक्शन में पूरी तरह फेल हो गया. यह खुलासा कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे में हुआ. यह सर्वे इस साल जनवरी से जून के बीच किया गया. यह आंकड़ा इसलिए चौंकाने वाला है, क्योंकि पिछले दो बार के 6-6 महीने के सर्वे में भोपाल एयरपोर्ट नंबर-1 पर था. जानकारी के मुताबिक, इस सर्वे में यात्रियों से पूछा जाता है कि वे किसी एयरपोर्ट को 5 में से कितने नंबर देंगे. इस बार यात्रियों ने भोपाल एयरपोर्ट को 5 में से 3.7 नंबर दिए. इस तरह रैंकिंग अर्श से फर्श पर आ गई.

भोपाल एयरपोर्ट को पिछले साल जुलाई से दिसंबर के बीच हुए सर्वे में 5 में से 5 नंबर मिले थे. प्रदेश का खजुराहो एयरपोर्ट दसवें नंबर पर है. इसे 5 में से 4.76 नंबर मिले हैं. इसके साथ खजुराहो पूरे प्रदेश में नंबर-1 है. वहीं दूसरी ओर, ग्वालियर एयरपोर्ट 12वें नंबर पर है. इस एयरपोर्ट को 5 में से 4.72 नंबर मिले. पिछले सर्वे में यात्रियों ने ग्वालियर एयरपोर्ट को 4.90 नंबर दिए थे. जबलपुर एयरपोर्ट 31वें पायदान पर है. इस एयरपोर्ट को 4.35 नंबर मिले हैं. पिछले साल यात्रियों ने जबलपुर एयरपोर्ट को 4.92 नंबर दिए थे.

इन पॉइंट्स के आधार पर हुआ सर्वे
बता दें, एयरपोर्ट पर कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे 28 पॉइंट के आधार पर किया गया. इन पॉइंट्स में सुरक्षाबलों का व्यवहार, रास्ते तलाशने में आसानी, पार्किंग सुविधा, जमीनी परिवहन, बैगेज कार्ट, स्टाफ की कार्यक्षमता और चेक इन टाइम शामिल थे. यात्रियों ने इन सभी पॉइंट्स में भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट को कम नंबर दिए. इस वजह से रैंकिंग में जबरदस्त गिरावट हुई. इस मामले में एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि हम यहां सभी तरह की और सबसे बेहतर सुविधाएं देते हैं. लेकिन, इसके बावजूद नंबर कम मिले. इसकी समीक्षा करेंगे. फिलहाल यह समझना मुश्किल है कि यात्रियों ने इतने कम नंबर क्यों दिए.

टॉप-5 में रहे ये एयरपोर्ट्स
गौरतलब है कि, कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्वे देश के 61 डोमेस्टिक एयरपोर्ट्स पर किया गया. इस सर्वे में राजमुंदरी, कांगड़ा का गग्गल, लेह, मदुरै और विशाखापट्टनम एयरपोर्ट टॉप-5 में रहे. इन सभी एयरपोर्ट पर यात्रियों को सुविधाएं बेहतर लगीं. यात्रियों को एयरलाइंस स्टाफ, सुरक्षाबलों का व्हवहार, ट्रांसपोर्ट और पार्किंग बेहतर लगी.