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दिल्‍ली के कोचिंग सेंटर पर आईएएस का बड़ा खुलासा, बताया UPSC की तैयारी के दौरान क्‍या हुआ

दिल्‍ली के राजेन्‍द्र नगर के राउज कोचिंग सेंटर में यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन स्टूडेंट्स मौत ने कोचिंग संस्‍थानों पर तो सवालिया निशान लगाए ही हैं. साथ ही उन तमाम लोगों को भी उनके पुराने दिन याद दिला दिए हैं, जो कभी दिल्‍ली के मुखर्जीनगर, राजेन्‍द्रनगर के कोचिंगों के चक्‍कर लगाने के बाद आईएएस, आईपीएस बनने में कामयाब रहे. इस हादसे के बाद इन अधिकारियों को भी अपने पुराने दिन याद आ रहे हैं. इन्‍हीं में से एक आईएएस अधिकारी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर अपनी आपबीती बताई है. उन्‍होंने बताया कि कैसे जब वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्‍ली पहुंचे, तो उनको एक कोचिंग संस्‍थान की ओर से क्‍या कहा गया. यूपीएससी प्रीलिम्‍स परीक्षा पास करके मेन्‍स की तैयारी करने पहुंचे इस आईएएस अधिकारी को कोचिंग संस्‍थान ने यह तक कह दिया कि इस साल तुम्‍हारा प्रीलिम्‍स भी नहीं निकलेगा, हमारा पैकेज ले लो. यह किस्‍सा है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण का.

याद आए पुराने दिन
दिल्‍ली के कोचिंग संस्‍थान में हुए हादसे के बाद 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर एक पोस्‍ट शेयर किया, जिसमें उन्‍होंने उन दिनों को याद किया जब वह यूपीएससी की तैयारी करने दिल्‍ली पहुंचे थे. अवनीश शरण ने अपनी पोस्‍ट में बताया है कि कैसे उन्‍हें एक कोचिंग संस्‍थान के मालिक ने अपने दो साल का पैकेज बेचने के लिए उन्‍हें निराश कर दिया था, जिसके बाद वह तीन तक फ़्रस्ट्रेशन में रहे.

आईएएस ने क्‍या लिखा?
अवनीश शरण ने अपनी पोस्‍ट में लिखा है कि ‘मुझे याद है जब प्रीलिम्स की परीक्षा देने के बाद मुख्य परीक्षा के लिए मैं दिल्ली पहुंचा. मुखर्जी नगर में एक ‘बड़े कोचिंग संस्थान’ के ‘कर्ता-धर्ता’ से जब मुख्य परीक्षा के लिए मार्गदर्शन मांगा, तो उन्होंने मेरी शैक्षणिक पृष्ठभूमि जानने के बाद बोला कि “तुम्हारा इस साल प्रीलिम्स भी क्लीयर नहीं होगा. मेरे संस्थान में 2 साल का ‘कंप्लीट पैकेज’ लो.” मैं इतना फ़्रस्ट्रेट हुआ कि 2-3 दिन संभलने में लगे. ऐसे ही कोचिंग संस्थान के मालिक आपके रिजल्ट आने के बाद कॉल कर ‘फोटो और बायो-डाटा’ के लिए रिक्वेस्ट करते हैं. बता दें कि अवनीश शरण अक्‍सर अपनी पोस्‍ट को लेकर चर्चा में रहते हैं. वह कई बार मोटिवेशनल चीजें भी शेयर करते रहते हैं.