छत्तीसगढ़

क्या छत्तीसगढ़ में लगा राष्ट्रपति शासन! राज्यपाल कर रहे काम की समीक्षा, कांग्रेस ने खोला मोर्चा

छत्तीसगढ़ में राज्यपाल की भूमिका को लेकर अक्सर सियासत होती है. अब राज्य के नए राज्यपाल रमेन डेका को लेकर भी सियासत गरमा गई है. उनकी कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, यह सियासत है राज्यपाल के प्रदेश में लगातार दौरों और जिलों की समीक्षा को लेकर हो रही है. उन्होंने जिला स्तर पर भी अधिकारियों के साथ बैठक की है. अब कांग्रेस ने इसे सरकार के लिए शर्मनाक बताया है. कांग्रेस का कहना है कि छत्तीसगढ़ में पैरेलल सरकार चल रही है.

राज्यपाल डेका के दौरों और समीक्षा को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सवाल किया कि क्या छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति शासन लग गया है, जो राज्यपाल को समीक्षा बैठक करनी पड़ रही है. हम तो पहले ही सवाल करते थे की यह सरकार आखिर चल कहां से रही है, दिल्ली से या नागपुर से? राज्यपाल के समीक्षा करने का मतलब है कि सरकार पूरी तरह से फेल है.

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने खड़े किए सवाल
वहीं, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार कौन चला रहा है ? उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर बात है. ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ. मैं तो यह देखकर हैरान हूं कि राज्यपाल दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद अन्य जिलों में जाकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं, करेंगे. यह तो मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के लिए निश्चित तौर पर सोचनीय होगा. यह तो सरकार के समान्तर सरकार वाली बात हो गई.

बीजेपी ने किया पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस तंज पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बघेल को ऐसा कहने से पहले खुद के कार्यालय को याद करना चाहिए. उन्हें बताना चाहिए कि उनके मुख्यमंत्री रहते सरकार कौन चला रहे थे ? बघेल अपनी और कांग्रेस की चिंता करें. प्रदेश में विष्णु का सुशासन है. अब डबल इंजन की सरकार है. उन्हें तनाव नहीं लेना चाहिए.