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जारी रहेगा उछाल या थम जाएगी तेजी, ये पांच फैक्‍टर तय करेंगे बाजार की चाल

घरेलू मोर्चे पर किसी प्रमुख घटनाक्रम के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुख और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी. विश्लेषकों का मानना है कि कल से शुरू हो रहे कारोबारी हफ्ते में शेयर बाजार में तेजी रहने की उम्मीद है. अमेरिका के जीडीपी आंकडे, घरेलू अर्थव्‍यवस्‍था का डेटा, घरेलू और विदेशी निवेशकों का रुख और ग्‍लोबल मार्केट भारतीय बाजार की चाल तय करने में अहम रोल अदा करेंगे. बीते सप्ताह सेंसेक्स 1,653.37 अंक या 1.99 प्रतिशत के लाभ में रहा. वहीं निफ्टी में 434.45 अंक या 1.71 प्रतिशत का उछाल आया.

शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,359.51 अंक या 1.63 प्रतिशत के उछाल के साथ 84,544.31 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ. दिन में कारोबार के दौरान यह 1,509.66 अंक या 1.81 प्रतिशत चढ़कर 84,694.46 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था. इसी तरह उसी दिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 375.15 अंक या 1.48 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 25,790.95 अंक के स्तर पर बंद हुआ. दिन में कारोबार के दौरान निफ्टी 433.45 अंक या 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,849.25 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था.

ब्‍याज दरों में कटौती का दिखा असर
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में 0.50 प्रतिशत की कटौती के बाद पिछले सप्ताह स्थानीय शेयर बाजारों में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती का उभरते बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और भारत वैश्विक निवेशकों के बीच पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरा है.

एफआईआई ने की रिकार्ड खरीदारी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने आक्रामक लिवाली की. अकेले शुक्रवार को ही एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजारों में 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया. संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार को दिशा देने वाला कोई बड़ा संकेतक नहीं है. हालांकि, अमेरिका के वृहद आर्थिक आंकड़े बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे. एफआईआई प्रवाह भारतीय शेयर बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण कारक बना रहेगा, साथ ही घरेलू संस्थागत प्रवाह पर भी सभी की निगाह रहेगी.’’
मीणा ने कहा, ‘‘ हालांकि, बाजार फिलहाल भू-राजनीतिक जोखिमों से प्रभावित नहीं दिख रहा है, लेकिन यह आगे बाजार के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकता है. डेरिवेटिव निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.’’

अगला सप्‍ताह भी रहेगा सकारात्‍मक
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख (संपत्ति प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘ बाजार धीरे-धीरे ऊपर चढ़ रहा है. हमें उम्मीद है कि मजबूत एफआईआई प्रवाह, स्वस्थ घरेलू वृहद कारक और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी के बारे में घटती चिंता के कारण इस सप्ताह भी इसकी सकारात्मक रफ्तार जारी रहेगी.’’