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अगर ऐसा हुआ तो मंत्री पद को लात मार दूंगा, चिराग पासवान के बयान के क्या हैं मायने? क्या बिहार में रिपीट होगी 2020 वाली स्टोरी

केंद्रीय मंत्री और लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पटना में एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान दिया है. चिराग पासवान ने कहा कि मैं चाहे किसी भी गठबंधन में रहूं या किसी भी मंत्री पद पर रहूं जिस दिन मुझे लगेगा कि संविधान के साथ और आरक्षण के साथ खेलवाड़ हो रहा है मैं उसी वक्त मंत्री पद को लात मार दूंगा जैसे मेरे पिता ने मारा था. चिराग पासवान के इस बयान के कई मायने लगाए जा रहे हैं.

वहीं चिराग पासवान ने पटना में कहा कि आरक्षण के मामले में कोर्ट ने कानून में बदलाव की बात की थी, जिसका विरोध मेरे पिता ने किया था. उस वक्त भी आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मेरे पिता की बात सुनी इसके लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं. चिराग पासवान ने कहा कि आगामी 28 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य स्थापना दिवस का आयोजन करेंगे. साथ ही इस दिन रैली भी निकाली जाएगी.

क्या 2020 वाली स्टोरी होगी रिपीट?

बता दें, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ के तरफ से अभिनंदन सम्मान समारोह सह संगठन की समीक्षा बैठक के भाषण के दौरान चिराग पासवान के बयान के क्या मायने हैं अब इसको लेकर चर्चा शुरू हो गयी है. दरअसल चिराग पासवान अक्सर अपने बयानों को खुलकर रखने के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले भी चिराग पसावन ने सीएम नीतीश कुमार से लेकर आरक्षण के मुद्दे गठबंधन से इतर अपने बयान दिये थे. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान भी चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था.
चुनावी तैयारी में जुटे चिराग पासवान

वहीं चिराग पासवान ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी सिर्फ वोट के लिए आरक्षण पाने वाली जाति का इस्तेमाल करती है. कुछ करती नहीं है. साथ ही कहा चिराग पासवान ने कहा कि आगामी 28 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य स्थापना दिवस का आयोजन करेंगे. बता दें, बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चिराग पासवान से लेकर तमाम नेता अभी से ही चुनावी मोड में आ गए हैं. चिराग पासवान अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. चिराग पासवान अब अपनी पार्टी का दायरा बिहार से यूपी और झारखंड तक बढ़ाने में लगे हैं.