भारत-बांग्लादेश के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. शेख हसीना के देश छोड़ते ही बांग्लादेश अब पाकिस्तान बनता जा रहा है. नोबेल शांति पुरस्कार वाले मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश को जिहादियों का गढ़ बना दिया है. बांग्लादेश में अब खुलेआम आतंकी संगठन आईएसआईएस के झंडे लहराए जाने लगे हैं. भारत और हिंदुओं के खिलाफ खुलेआम प्रदर्शन होते हैं. पुलिस इन प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा करती है. अब तो बांग्लादेश सीमा ही पार कर रहा है. बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों ने अब भारतीयों की हत्या करने की धमकी दी है. 5 अगस्त यानी शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद से
भारत को धमका रहे जेहादी
जी हां, ढाका में शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों ने भारत के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया. ढाका की सड़कों पर आईएसआईएस के झंडे लहराते हुए कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के उग्रवादी दिखाई दिए. हैरानी की बात है कि बांग्लादेश की पुलिस इनकी सुरक्षा कर रही थी. पुलिस सुरक्षा में हुए इस प्रदर्शन में ISIS के झंडे भी लहराए गए. प्रदर्शन में शामिल इन जेहादी प्रदर्शनकारियों ने भारत पर हमला करने और भारतीय नागरिकों को मारने, यहां तक कि उन्हें कत्ल करने की कसम खाई है. यह आईएसआईएस स्टाइल के इस्लामी जिहाद जैसा ही है.
पुलिस की सुरक्षा में जेहादियों का प्रदर्शन
बांग्लादेश में अब तक हिंदुओं के प्रति नफरत थी. उनके ऊपर जुल्म था. अब मुस्लिम संगठन के लोग कत्लेआम मचाने की धमकी दे रहे हैं. जिस भारत की वजह से उनका आज दुनिया में वजूद है, उसी भारत पर ये जेहादी हमले की धमकी दे रहे हैं. सरेआम सड़कों पर निकलकर भारत को धमका रहे हैं. अव्वल तो यह कि यूनुस की पुलिस उन्हें सुरक्षा भी दे रही है. बांग्लादेश में आतंकी संगठन आईएसआईएस के झंडे लेकर जेहादी सड़क पर उतरे हैं. इनके ऊपर एक्शन की बजाय इन्हें सुरक्षा ही दी जा रही है.
बीटिंग रिट्रीट भी बंद
भारत और बांग्लादेश के रिश्ते पूरी तरह अब तल्ख हो चुके हैं. अब तो भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाली बीटिंग रिट्रीट भी रोक दी गई है. बांग्लादेश लगातार भारत विरोधी कदम उठा रहा है. वह पाकिस्तान को खुश करने में लगा है. इस बीच त्रिपुरा में भारत बांग्लादेश सीमा यानी अगरतला में अखूरा बार्डर पर आयोजित बीटिंग रिट्रीट को रोका गया. बीटिंग रिट्रीट शनिवार और रविवार को आयोजित होती थी. भारत का कभी बेहद करीबी पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ रिश्ता बेहद नाजुक दौर से गुजर रहा है. शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक के खिलाफ अत्याचार जारी है.
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