
वेब डेस्क :- ‘बाइडेन प्रशासन ने भारत से अच्छे संबंध नहीं रखे. बहुत सारी चीजें ऐसी हुईं जो ठीक नहीं थीं.’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती के दौर में हुई गलतियों को कबूला है. ट्रंप ने पीएम मोदी से द्विपक्षीय मुलाकात के बाद कहा कि ‘भारत और बाइडेन प्रशासन के बीच कई ऐसी चीजें हुईं जो बहुत उचित नहीं थीं.’ ट्रंप ने यह बयान अमेरिका में मौजूद भारत विरोधी तत्वों की मौजूदगी से जुड़े सवाल पर दिया , ट्रंप ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक (तहव्वुर राणा) के प्रत्यर्पण को मंजूरी देने की घोषणा की थी.
ट्रंप ने आखिर कहा क्या है: ट्रंप से अमेरिका में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल तत्वों, जिनमें खालिस्तानी अलगाववादी भी शामिल हैं, को लेकर सवाल किया गया। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि भारत और बाइडेन प्रशासन के संबंध बहुत अच्छे रहे दोनों के बीच कई ऐसी घटनाएँ घटीं जो आदर्श नहीं थीं। हम एक अत्यंत खतरनाक व्यक्ति (तहव्वुर राणा) को तुरंत भारत प्रत्यर्पित कर रहे हैं। हमारे पास अन्य अनुरोध भी हैं, इसलिए हम भारत के साथ अपराध नियंत्रण को लेकर कार्य कर रहे हैं और इसे भारत के लिए लाभकारी बनाना चाहते हैं।”
खालिस्तानी आतंकियों पर ट्रंप की कार्रवाई: इससे पहले, ट्रंप ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के षड्यंत्रकर्ताओं में से एक (तहव्वुर राणा) और दुनिया के सबसे खतरनाक व्यक्तियों में से एक के प्रत्यर्पण को स्वीकृति दे दी है, ताकि वह भारत में न्याय का सामना कर सके। वह जल्द ही भारत लौट रहा है न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के लिए।”
पीएम मोदी का बयान: पीएम मोदी ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कदम आवश्यक हैं। मैं राष्ट्रपति का आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने 2008 में भारत में नरसंहार करने वाले अपराधी को भारत को सौंपने का निर्णय लिया है। भारत की न्यायपालिका उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी।”