
वेब- डेस्क :- श्रेयस, राहुल और हार्दिक की अहम पारियों के साथ शमी की शानदार गेंदबाजी, भारत की 14 साल बाद नॉकआउट में ऑस्ट्रेलिया पर पहली जीत दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार (4 मार्च, 2025) को खेले गए पहले सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली। इस रोमांचक मुकाबले में विराट कोहली ने अपनी क्लासिक पारी (84 रन, 98 गेंद, 5 चौके) से एक बार फिर साबित कर दिया कि वह ‘चेसमास्टर’ क्यों कहलाते हैं।
कोहली की दमदार बल्लेबाजी, साझेदारियों ने दिलाई जीत :- 265 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने टीम को तेज शुरुआत दिलाई। इसके बाद कोहली और श्रेयस अय्यर (48) के बीच तीसरे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी हुई, जिसने भारत की जीत की नींव रखी।
कोहली ने अपनी पारी की शुरुआत में नाथन एलिस की गेंदों पर बेहतरीन शॉट लगाए और फिर संयम के साथ खेलते हुए स्ट्राइक रोटेट करते रहे। श्रेयस ने भी स्पिनर कूपर कोनोली के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया और शानदार चौके जड़े। कोहली ने लेग स्पिनर एडम जाम्पा और तनवीर संघा की गेंदों को शानदार तरीके से खेलते हुए 53 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। श्रेयस के आउट होने के बाद कोहली ने अक्षर पटेल और केएल राहुल (नाबाद 42) के साथ अहम साझेदारियां कीं, जिससे भारत ने लक्ष्य की ओर मजबूती से कदम बढ़ाया।
कोहली चूके, लेकिन राहुल-हार्दिक ने खत्म किया खेल जब भारत को जीत के लिए 40 रन की जरूरत थी, तब कोहली जाम्पा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में लांग ऑन पर कैच आउट हो गए। वह अपने शतक से 16 रन दूर रह गए, लेकिन तब तक टीम को जीत के करीब पहुंचा चुके थे। इसके बाद केएल राहुल और हार्दिक पंड्या (28 रन, 24 गेंद, 1 चौका, 3 छक्के) ने दमदार शॉट्स लगाए और भारत को 14 साल बाद आईसीसी नॉकआउट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर पहली जीत दिलाई।
शमी की घातक गेंदबाजी, स्मिथ और कैरी की मेहनत बेकार :- इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 264 रन बनाए। स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) ने अर्धशतक जमाए और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की कोशिश की। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी की।
मोहम्मद शमी (3 विकेट) ने सटीक गेंदबाजी करते हुए स्मिथ को बोल्ड किया, जबकि अक्षर पटेल ने ग्लेन मैक्सवेल का अहम विकेट लिया। ऑस्ट्रेलिया 38वें ओवर में छह विकेट पर 205 रन बनाकर संकट में आ गया और आखिरी 10 ओवरों में सिर्फ 51 रन ही जोड़ सका।
रोहित शर्मा की शानदार कप्तानी और भारतीय गेंदबाजों की सधी हुई रणनीति ने मौजूदा वनडे चैंपियन को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया और फिर कोहली ने एक और ‘चेज मास्टरक्लास’ खेलकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
अब भारत फाइनल में अपनी नजरें ट्रॉफी पर जमाएगा, जहां उसका सामना इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।