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जल्द बदलेगा रूस का नक्शा! पुतिन रूस में मिला सकते हैं यूक्रेन के ये बड़े शहर

पांच महीने से जारी यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस से बातचीत के लिए एक शर्त लगा दी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को साफ़ किया कि अगर रूस ने अपने कब्जे में लिए यूक्रेन के क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराया तो दोनों देशों के बीच बातचीत संभव नहीं हो पाएगी.

ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव रूस को अपना कोई क्षेत्र नहीं देने की अपनी स्थिति पर कायम है. उन्होंने रूस को संदेश देते हुए साफ़ किया कि यूक्रेन की स्थिति वही बनी हुई है जो हमेशा से रही है. ज़ेलेंस्की ने कहा “जो हमारा है, हम उसमें से कुछ भी नहीं छोड़ेंगे.”

पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र और दक्षिणी क्षेत्रों में कब्ज़ा करने के बाद रूस जल्द जनमत संग्रह करा दोनों क्षेत्रों को अपने देश में शामिल कर सकता है. रूस लंबे समय से क्रीमिया को हथियाने के बाद डोनबास को भी अपने देश में शामिल चाह रहा है.

रूस की चाल
ज़ेलेंस्की को डर है कि अगर रूस यूक्रेन के अन्य क्षेत्र भी हथिया लेता है तो जनता उनके खिलाफ बगावत कर सकती है. दरअसल यूक्रेन और बेलारूस को व्लादिमीर पुतिन वापस रूस में मिलाना चाहते हैं. पुतिन कोल्ड वॉर के दौर का सोवियत यूनियन बनाने के लिए कई बार अपने इरादे जाहिर कर चुके हैं.

रूसी सेना दक्षिणी यूक्रेन में खेरसॉन क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर चुकी है. साथ ही डोनबास में भी रूस ने विद्रोहियों की मदद से क्षेत्र के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था. आपको बता दें कि रूस ने लुहान्स्क और डोनेट्स्क को पहले ही स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया है. अब लुहान्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने भी स्पष्ट कर दिया है कि रूस के नए कब्जे वाले क्षेत्रों में एक नए जनमत संग्रह की तैयारी चल रही है जिसे अगले कुछ महीनों में घोषित किया जाएगा.