निवेश करना या पैसों को निवेश के ज़रिए बढ़ाना हर कोई बहुत आसानी से नहीं सीखता है. हालांकि, थोड़ी समझ-बूझ के साथ अपना पोर्टफोलियो तैयार कर व अपने खर्चों को मैनेजर कर वह अपने लंबी अवधि के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है. लेकिन एक अच्छा पोर्टफ़ोलियो कैसे तैयार करना है यह बड़ा सवाल होता है. इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लोगों को अपना पैसा केवल एक जगह निवेश नहीं करना चाहिए. इससे आप खुद को आर्थिक रूप से अधिक सुरक्षित कर सकते हैं.
लोग अक्सर अपनी जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर पोर्टफोलियो में डेट फंड्स और इक्विटी को जगह देते हैं. क्योंकि इनसे अधिक रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है. वही, बात जब सोने में निवेश की हो तो लोग थोड़ा झिझकते हैं. सोना वैसे तो महंगाई में आपको इक्विटी से बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है लेकिन यह लंबी अवधि में होता है. लघु या मध्यम अवधि में सोने का रिटर्न कम होता है इसलिए लोग इसमें निवेश से थोड़ा कतराते हैं.
सोने को निवेश विकल्प के तौर पर देखें
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के एमडी व सीईओ पंकज मथपाल गोल्ड में निवेश को लेकर कहते हैं, “ऐसा देखा जाता है कि लोग अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार इक्विटी व डेट में निवेश को देखते हैं लेकिन गोल्ड को नज़रअंदाज कर देते हैं. यह सही नहीं है. लोगों को गोल्ड को भी निवेश के विकल्प के रूप में देखना चाहिए और सही ढंग से फंड आवंटित कर उसे अपने पोर्टफ़ोलियो में शामिल करना चाहिए.
कितना करें निवेश
MyFundBazaar के विनीत खंडारे कहते सोने में निवेश की मात्रा को लेकर कहते हैं कि अपने पोर्टफोलियो का 10-15 फीसदी गोल्ड में निवेश करने से आपको आर्थिक गिरावट के समय अच्छा रिटर्न मिलता है. वह कहते हैं कि यह स्टॉक मार्केट का उल्टा है. खंडारे के अनुसार, आप गोल्ड ईटीएफ या एसआईपी किसी में निवेश कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सोना कई शताब्दियों से हमारे बीच है और इसकी वैल्यु लगातार बढ़ी है. बकौल खंडारे, पहले यह ज्वेलरी, सिक्कों और ब्रिक के रूप में फिजिकल तौर पर उपलब्ध होता था लेकिन अब डिजिटल फॉर्म में भी गोल्ड उपलब्ध है और असेट क्लास में निवेशकों को सर्वोच्च पसंद है. वह कहते हैं कि यह लंबी अवधि में भू-राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आपको सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए केवल खरीदने और बेचने के बजाय इसमें लंबे समय तक निवेशित रहना चाहिए.
सोने को निवेश विकल्प के तौर पर देखें
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के एमडी व सीईओ पंकज मथपाल गोल्ड में निवेश को लेकर कहते हैं, “ऐसा देखा जाता है कि लोग अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार इक्विटी व डेट में निवेश को देखते हैं लेकिन गोल्ड को नज़रअंदाज कर देते हैं. यह सही नहीं है. लोगों को गोल्ड को भी निवेश के विकल्प के रूप में देखना चाहिए और सही ढंग से फंड आवंटित कर उसे अपने पोर्टफ़ोलियो में शामिल करना चाहिए.