देश में सड़क से लेकर रेलवे परिवहन को और बेहतर व सुविधाजनक बनाने की दिशा में काम जारी है. वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Expressway) और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) इसकी सबसे बड़ी मिसाल है. लेकिन अब हम और एडवांस फेज में जा रहे हैं, जहां रेल और बस एक हाईटेक एक्सप्रेसवे पर एक साथ दौड़ेंगी. यह मुमकिन होगा देश में बन रहे पहले हाईस्पीड मल्टी-मॉडल कॉरिडोर से ,अहमदाबाद -धोलेरा एक्सप्रेसवे जनवरी 2024 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है.
109 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था. यह अहमदाबाद को ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी धौलेरा से जोड़ेगा. अब तक इस एक्सप्रेसवे का 30 फीसदी काम पूरा हो चुका है. यह प्रोजेक्ट कई मायनों में खास होने वाला है. आइये जानते हैं आखिर इस एक्सप्रेसवे पर क्या सुविधाएं मिलेंगी?
मल्टी मॉडल कॉरिडोर का रूट मैप
अहमदाबाद -धोलेरा एक्सप्रेसवे की चौड़ाई 120 मीटर होगी. इसके 90 मीटर हिस्से पर वाहन दौड़ेंगे और 30 मीटर हिस्से पर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के तहत भविष्य में हाई स्पीड रैपिड रेल दौड़ेंगी. धोलेरा को देश के पहले ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी के तौर पर डेवलेप किया जा रहा है और इसे पोर्ट, रोड, मेट्रो व एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा.
एक्सप्रेसवे अहमदाबाद के दक्षिण-पश्चिम में सरखेज के पास सरदार पटेल रिंग रोड से शुरू होगा और NH-8 और SH-4, SH-6, साबरमती रिवर कोर्स / खंबत की खाड़ी के बीच धोलेरा से दक्षिण की ओर जाएगा. इसमें 8 प्रमुख इंटरचेंज होंगे.
कम होगा ट्रैवल टाइम
इस एक्सप्रेसवे की मदद से अहमदाबाद और धोलेरा के बीच ट्रैवल टाइम घटेगा और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बढ़ेगा. इसके शुरू होने के बाद अहमदाबाद से धोलेरा मात्र 1 घंटे में पहुंचा जा सकेगा. फिलहाल अन्य रूट से इन दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में 2 से सवा 2 घंटे तक का समय लगता है.