आज दोपहर करीब 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे (Bangalore-mysore expressway) को राष्ट्र को समर्पित करने जा रहे हैं. इस परियोजना में NH-275 के बेंगलुरु-निदाघट्टा-मैसूर खंड को 6 लेन का बनाया जाना भी शामिल है. इस 118 किलोमीटर लंबी परियोजना को लगभग 8,480 करोड़ रुपये की कुल लागत से बनाया गया है. यह बेंगलुरु और मैसूर के बीच यात्रा के समय को लगभग 3 घंटे से घटाकर लगभग 75 मिनट कर देगा और इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए एक साधन के रूप में कार्य करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण रोड परियोजना है, जो कर्नाटक के विकास में योगदान देगी.
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इससे पहले ट्विटर पर इसके बारे में जानकारी दी थी. गडकरी ने कहा था कि बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के निर्माण में NH-275 का एक हिस्सा शामिल है. इसमें चार रेल ओवरब्रिज, नौ महत्वपूर्ण पुल, 40 छोटे पुल, 89 अंडरपास और ओवरपास का निर्माण भी शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर-कुशलनगर 4-लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखेंगे. 92 किमी. की इस परियोजना को लगभग 4,130 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा. यह बेंगलुरु के साथ कुशलनगर की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इससे यात्रा के समय को लगभग 5 घंटे से घटाकर केवल 2.5 घंटे किया जा सकेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर में आईआईटी धारवाड़ का लोकार्पण भी करेंगे. फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही इसकी नींव भी रखी थी. ये संस्थान 850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म का भी उद्घाटन करेंगे. इस रिकॉर्ड को हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी मान्यता दी है. इस 1,507 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म को करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.