कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित इंडिया गठबंधन के तमाम बड़े नेता बार-बार यह आरोप लगाते रहे हैं कि वोट प्रतिशत की जानकारी देने में गड़बड़ी हो रही है. इस मामले में अब चुनाव आयोग की तरफ से भी एक पत्र खड़गे को लिखा गया है. चुनाव आयोग ने वोटर टर्न-आउट में अनियमितताओं के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सुझाव दिया कि ऐसे बयान देने से बचें. चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि इंडी गठबंधन के दलों द्वारा वोटर टर्न-आउट पर सार्वजनिक पत्र के अंश मतदाताओं में कन्फ्यूजन पैदा कर रहे हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाया था कि वोट डाले जाने के बाद चुनाव आयोग टर्नआउट के आंकड़े जारी करने में क्यों देरी कर रहा है. इसमें धांधली के आरोप भी लगाए गए थे. अब चुनाव आयोग के पत्र में कहा गया कि मतदान प्रतिशत जारी करने में कोई देरी नहीं हुई है. पहले भी ऐसे ही मतदान प्रतिशत अपडेट होता रहा है. वोटर टर्न-आउट ऐप पर मतदान प्रतिशत लगातार अपडेट होता रहता है. मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े मतदान के दिन शाम 7 बजे के बाद भी कई वजहों से बढ़ते हैं.
मतदान प्रतिशत में देरी की चुनाव आयोग ने बताई 4 मुख्य वजह
पहला- पोलिंग वाले दिन अनुमानित आंकड़े की रिपोर्टिंग में देरी होना.
दूसरा- कई पोलिंग बूथ पर 6 बजे के बाद भी मतदाताओं की लाइन लगी रहती है, जिसकी वजह से देरी होती है.
तीसरा- मतदान के बाद पोलिंग पार्टी कई बार देर से भी लौटती है, जिसकी वजह से शाम 7:00 बजे के बाद भी मतदान प्रतिशत में इजाफा होता है.
चौथा- पुनर्मतदान की वजह से भी मतदान प्रतिशत के आंकड़े अपडेट होते हैं.