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एआई कभी नहीं ले पाएगा इन 10 नौकरियों की जगह, रटने के बजाय स्किल्स पर करें फोकस, बन जाएगा काम

साल 2020 से प्राइवेट जॉब वाले अपनी नौकरी को लेकर काफी परेशान हैं. जॉब सेक्टर पर पहले कोविड 19 की मार पड़ी और अब एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की. टेक्नोलॉजी हर दिन अपडेट हो रही है. ज्यादातर लोग अपने छोटे-बड़े, हर तरह के कामों के लिए एआई पर निर्भर रहने लगे हैं. यही स्मार्ट टेक्नोलॉजी यानी एआई लोगों की नौकरी छीनने में इन दिनों सबसे आगे आ गया है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी भी अपडेट हो जाए, लेकिन कुछ ऐसे सेक्टर हैं, जहां फिलहाल इसकी पहुंच नहीं है. अगर आप नौकरी को लेकर चिंतित हैं तो उन सेक्टर्स में करियर बनाने की कोशिश करें, जहां अगले 5-10 सालों तक तो एआई नहीं पहुंच पाएगा. कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां एक्सपर्ट बनने के लिए ह्यूमन स्किल्स की जरूरत पड़ती है. इन सेक्टर्स में एआई का होना काफी प्लास्टिक यानी नकली सा लगेगा. जानिए 10 ऐसी नौकरियां, जिन्हें एआई रिप्लेस नहीं कर सकता है.

इन सेक्टर्स पर नहीं पड़ी एआई की छाया
एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारी जिंदगी का एक बड़ा और जरूरी हिस्सा है. इसके बलबूते पढ़ाई-लिखाई से लेकर रोजाना के काम-काज करना भी आसान हो गया है. सरल शब्दों में कहें तो एआई ने हमारी जिंदगी को सहज बना दिया है. लेकिन जब यही एआई नौकरी खाने लगता है तो इसके फायदे भी नुकसान जैसे लगने लगते हैं. जानिए कुछ ऐसी स्किल बेस्ड जॉब्स, जहां फिलहाल एआई की कोई खास जरूरत नहीं है.

1- थेरपिस्ट एंड काउंसलर- थेरपी फिजिकल और मेंटल, दोनों तरह की होती है. थेरपिस्ट और काउंसलर को अपने मरीज के साथ इमोशनल बॉन्डिंग स्थापित करनी होती है. इसका मतलब है कि एआई फिलहाल इस सेक्टर से तो आउट ही रहेगा.

2- आर्टिस्ट यानी कलाकार- हर किसी में कोई न कोई कला जरूर होती है. कोई अच्छा लिखता है, कोई डांस करने में निपुण होता है तो किसी की गायकी का जवाब नहीं होता है. वहीं, कई लोग पेंटिंग अच्छी बनाते हैं. अगर आपमें इनमें से कोई भी कला है तो आप कलाकार बनकर एआई से पीछा छुड़वा सकते हैं.

3- एनालिस्ट- किसी भी तरह की स्ट्रैटेजी तैयार करने के लिए एआई की मदद ली जा सकती है. लेकिन हाई लेवल स्ट्रैटेजी यानी एनालिसिस तैयार करने के लिए ह्यूमन स्किल्स की जरूरत जरूर पड़ती है. इंसानों जैसी दूरदर्शिता फिलहाल एआई में मिलना मुश्किल है.

4- साइंटिस्ट- किसी भी रिसर्च को कंडक्ट करने के लिए क्रिटिकल थिंकिंग की जरूरत होती है. साइंटिस्ट मौजूदा जानकारी को चैलेंज कर उसमें कुछ नया खोजने की कोशिश करते हैं. इतना दिमाग इंसान ही लगा सकता है. एआई से इस तरह का कुछ करवाने के लिए भी इंसानी दिमाग की जरूरत पड़ेगी.

5- वकील और जज- वकालत एक ऐसा क्षेत्र है, जहां फिलहाल तो इंसान ही काम करेंगे. वकीलों को न सिर्फ किसी केस से जुड़े फैक्ट्स कोर्ट में जमा करने होते हैं, बल्कि क्लाइंट का ट्रस्ट भी जीतना होता है. इसी तरह से जज सभी पक्षों को सुनकर सही फैसला सुनाने के लिए जिम्मेदार होता है.