
भानुप्रतापपुर:- शिवसेना के प्रदेश महासचिव चंद्रमौली मिश्रा ने वन मंडल अधिकारी (पूर्व) भानुप्रतापपुर को ज्ञापन सौंपते हुए ग्राम साल्हे आरी डोंगरी में वर्षों पहले जप्त किए गए और राजसात किए गए लौह अयस्क के परिवहन पर रोक लगाने की मांग की है।
करीब 20 वर्ष पूर्व, इस क्षेत्र से अवैध रूप से निकाले जा रहे लौह अयस्क को वन विभाग द्वारा जब्त किया गया था। इसे कुछ किसानों की जमीन पर रखा गया, जिससे वे तब से लेकर आज तक अपनी भूमि पर खेती नहीं कर पा रहे हैं। पिछले दो दशकों में प्रभावित किसानों ने कई बार संबंधित विभागों से जमीन के किराए और मुआवजे की मांग की, लेकिन उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। किसानों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है, जिससे वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
शिवसेना नेता चंद्रमौली मिश्रा ने कई बार किसानों के साथ वन मंडल अधिकारी से इस मुद्दे पर चर्चा की, लेकिन अब तक उन्हें न तो उनकी भूमि का किराया मिला और न ही कोई मुआवजा। वहीं, वन विभाग जप्त किए गए लौह अयस्क को बेचकर करोड़ों रुपये कमा चुका है, जबकि किसान अपनी जमीन बर्बाद होता देख रहे हैं।
शिवसेना की मांग:
1. जब तक किसानों को उनका मुआवजा और किराया नहीं दिया जाता, तब तक लौह अयस्क के परिवहन पर रोक लगाई जाए
2. नीलामी से प्राप्त 10% राशि क्षेत्र की पंचायत और जनपद को विकास कार्यों के लिए दी जाए।
इस मामले में पूर्व वन मंडल अधिकारी दुलेश्वर प्रसाद साहू ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वे फाइलों की जांच करने के बाद ही कुछ कह पाएंगे।