
पखांजूर :- अवैध रेत उत्खनन के साथ घाट में बैठा दलाल प्रति ट्राली दो सौ रुपया की अवैध वसूली कर रहे है। बांस से बना डाला टोल गेट जिसके निचे से गुजरने वाले प्रत्येक बार गाड़ी को दो सौ रुपया चुकानी पड़ती हैं । शासन-प्रशासन के नाक के नीचे से अवैध रेत उत्खनन के साथ साथ अवैध वसूली जोरो से हो रही है, जिसका सीधा असर गरीब लोगे के जेब पर पर रही है। परलकोट अंचल में बड़े लंम्बे समय से अवैध रेत का उत्खनन कर नदियों का सीना छलनी किया जा रहा हैं। इन अवैध रेत उत्खनन के पीछे बड़े बड़े रेत माफिया सहित नदी किनारे ढेरा डालकर बैठे दलाल प्रति ट्रेक्टर ट्राली के पीछे 200 सौ रुपया का उगाही कर अपना जेब पिछले कई वर्षों से भर रहे हैं। जिसका नुकसान मोटी तगड़ी कीमत चुकाकर रेत खरीदकर गरीब किसान ग्रामीणों को उठानी पढ़ रही हैं। रेत माफिया अवैध रेत के साथ साथ दलालों को दिए गए राशि का भी हर्जाना रेती बेचकर उठा रहे हैं।
ज्ञात हो की परलकोट क्षेत्र में प्रतापपुर, संगम, बारकोट, पीव्ही 61 रेत तस्करों के साथ साथ घाट में बैठे दलालों का एक तगड़ा कमाई का जरिया बन गया हैं। इस अवैध वसूली के लिए दलालों द्वारा बांस से द्वार यानी गेट का निर्माण करवाया गया है। कोई भी गाड़ी रेत भरकर इस द्वारा के निचे से बिना 200 सौ का अवैध चालान कटवाए जा नहीं सकते। इन चलनो के लिए कोई दस्तावेज या पर्ची नहीं मिलता हैं और यह पूरा खेल स्थानीय प्रसाशन के नाक के निचे पिछले कई वर्षो से खेला जा रहा हैं।
अवैध रेत तस्करी से भले ही शासन को लाखो करोडो रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है मगर नदी घाट पर बैठे दलाल प्रतिदिन रेत माफियो से प्रति ट्राली 200 रुपया लेना नहीं भूलते अगर आकड़ो की माने तो पिछले 10 वर्षो से प्रतापपुर, संगम, पीव्ही 61 नदी घाट से 50 से 80 लाख रूपये की अवैध वसूली दलालों द्वारा किया जा रहा हैं।
अवैध वसूली की अनुमनित राशि
आकडे प्रतापपुर, संगम, पीव्ही 61 नदी घाट से प्रतिदिन 10 ट्रेक्टर ट्राली रेती 200 रुपया प्रति ट्राली -2000 रु
प्रतिमाह 300 ट्रेक्टर ट्राली रेती 200 रुपया प्रति ट्राली – 60,000 छाट हजार रुपया
प्रतिवर्ष 3600 ट्रेक्टर ट्राली रेती 200 रुपया प्रति ट्राली – 720,000 सात लाख बीस हजार रुपया लगभग अवैध वसूली।