
छत्तीसगढ़ :- राजिम कुंभ कल्प मेला 2025 में तैनात सुरक्षा बल न केवल अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं का भी परिचय दे रहे हैं। मेले में आए श्रद्धालुओं की गुम हुई कीमती वस्तुओं को खोजकर उन्हें उनके वास्तविक मालिकों तक पहुँचाया जा रहा है।
यदि कोई व्यक्ति मेले में अपना बैग, पर्स, मोबाइल या अन्य कोई महत्वपूर्ण वस्तु खो देता है, तो इसकी सूचना खोया-पाया टीम या पुलिस कंट्रोल रूम को दी जाती है। तत्परता से की गई खोजबीन के बाद वस्तु मिलने पर संबंधित व्यक्ति से संपर्क कर उसे सुरक्षित लौटाया जा रहा है।
इसी क्रम में, धमतरी जिले के नारधा निवासी टेमन दीवान का पर्स मेले में गुम हो गया था, जिसमें उनके पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम और अन्य दस्तावेज थे। रायपुर निवासी नारायण स्वामी द्वारा यह पर्स मेले के कंट्रोल रूम में जमा किया गया, जिसके बाद संपर्क कर इसे वापस सौंपा गया। इसी तरह, रायपुर जिले के नवापारा निवासी महेश ध्रुव का Realme मोबाइल नदी किनारे और धमतरी जिले के चंद्रसुर निवासी खेमन साहू का मोबाइल मीना बाजार में गुम हो गया था। दोनों ही मामलों में सुरक्षा बलों की तत्परता से मोबाइल उनके असली मालिकों तक पहुँचाया गया।
जब कोई व्यक्ति अपनी मूल्यवान वस्तु खो देता है, तो उसे बहुत दुख होता है, लेकिन जब वह वस्तु पुनः मिल जाती है, तो उसकी खुशी दोगुनी हो जाती है। राजिम मेले में तैनात सुरक्षा बलों द्वारा श्रद्धालुओं की यही खुशी लौटाई जा रही है, जिसकी आम जनता द्वारा जमकर सराहना की जा रही है।